भारत सहित कई देशों के प्रवासी सऊदी में आकर अपने जीवन यापन का काम कर रहे हैं. इनमें कुछ अच्छे पदों पर नियुक्त हैं तो कई मजदूरी और कारीगरी करके अपना गुजारा करते हैं. लेकिन अब यहां काम करना प्रवासियों के लिए काफी मुश्किल होने वाला है. क्योंकि सऊदी सरकार एक बड़ी तैयारी में लगी है, जो प्रवासियों के लिए तो नुकसानदायक है लेकिन यहां के मुल्ल निवासियों के लिए फायदेमंद.
सऊदी सरकार का मानना है कि प्रवासियों के वजह से यहां के मूल निवासियों को काम नहीं मिल रहा है. प्रवासियों के कारण है सऊदी में बेरोजगारी बढ़ी है. इसलिए अब सऊदी से छोटे और मध्यम उद्यमों अच्छी सैलरी प्राप्त करने वाले प्रवासी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है. सबको जल्द ही देश से बाहर कर दिया जाएगा. इनके स्थान पर कम सैलेरी देकर सऊदीयों को नौकरी पर रखा जाने वाला है. इतना ही नहीं मजदूरी करने वाले प्रवासी कामगारों के पेट पर लात मरने को लेकर सऊदी सरकार योजना बना रही है. यह सब ‘सऊदीकरण के अंतर्गत किया जा रहा है.
इस संबध में जेद्दाह चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में खाद्य समिति के डिप्टी चेयरमैन मोहम्मद अल-जोहानी ने जो बताया है उसमें यह साफ साफ कहा गया है कि सऊदी के बेहद योग्य स्नातक लोग ज्यादा सैलरी लेने वाले प्रवासियों की जगह पर नौकरी करेंगे. ताकि सऊदी का बेरोज़गारी दर कम होने में मदद मिल सकें.
सऊदी अख़बार सऊदी गेजेट के माने तो अल-जोहानी ने यह भी कहा है कि श्रम और सामाजिक विकास मंत्रालय (एमएलएसडी) की नई रणनीति नौकरी खोजने वालों की संख्या और संतुलन को हासिल करने की मांग करती है. जिसके तहत सऊदीयों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और प्रवासियों को नौकरी से निकाला जाएगा.
इसलिये सऊदी में रहने वाले प्रवासी अभी से तैयार रहे ताकि उन दूसरी नौकरी के लिए ठोकार न खाना पड़े या नौकरी के कमी के वजह से दूसरी तकलीफें न झेलनी पड़ी.