सऊदी में एक और राजकुमार को जेल से रिहा कर दिया गया है। इस राजकुमार का नाम अब्दुल अज़ीज़ बिन फहद है। जो 14 महीने से जेल में कैद थे। सऊदी सरकार ने फहद को वर्ष 2017 में अबू ज़हबी के युवराज मोहम्मद बिन ज़ाएद पर ग़द्दारी और अल्लाह से युद्ध करने का आरोप लगाने के बाद जेल में बंद करवा दिया था। जानकारी के अनुसार सऊदी अरब के ट्विटर उपभोक्ताओं ने अब्दुल अज़ीज़ बिन फहद की उनके दो भाईयों मोहम्मद और सुल्तान के साथ फोटो शेयर कीं हैं।
अब्दुल अज़ीज़ बिन फहद को उस समय गिरफ़्तार कर लिया गया था जब उन्होंने वर्ष 2017 में अबू ज़हबी के युवराज मोहम्मद बिन ज़ाएद पर ग़द्दारी और अल्लाह से युद्ध करने का आरोप लगाया था। बिन फहद ने कहा था कि अबू ज़हबी के युवराज, मुसलमानों के जनसंहार के लिए लोगों को उकसा रहे हैं।
अब्दुल अज़ीज़ बिन फहद को ऐसे समय में रिहा किया गया है कि जब सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान लगातार अपने विरोधियों को मौत के घाट उतार रहे हैं। इस बीच वरिष्ठ सऊदी पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या के कुछ ही दिन बाद ही बुधवार को एक और पत्रकार की सऊदी अरब की जेल में हत्या कर दी गई है। दूसरी ओर बिन फहद की रिहाई के पहले एक और सऊदी राजकुमार ख़ालिद बिन तलाल को भी आले सऊद शासन ने रिहा किया है।
मालूम हो कि पिछले एक वर्ष के दौरान मोहम्मद बिन सलमान के युवराज बनने के बाद से सऊदी अरब में जो भी व्यक्ति या राजकुमार आले सऊद शासन के काम काज पर टिप्पणी करता है, तो उसे तुरंत गिरफ़्तार कर लिया जाता है। इस दौरान सऊदी अरब की जेलों में ऐसे बहुत से राजकुमार, पूर्व मंत्री और पूर्व अधिकारियों सहित सैकड़ों बुद्धिजीवी एवं धर्मगुरू क़ैद हैं जिन्होंने सऊदी सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ बोलने या लिखने का प्रयास किया है। इनमें कई महिला समाजसेवी भी शामिल है।