पिछले जून सऊदी अरब ने बहरीन,संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के साथ कतर पर आरोप लगाया था की “कतर आतंकवादी संगठनों को समर्थन और वित्तपोषण करता है और ईरान के काफी पास आने का आरोप लगाया था.” जिसके बाद से चारों देशों ने क़तर के साथ अपने राजनीतिक रिश्तों को लग-भग खत्म कर दिया था. सऊदी अरब और कतर के रिश्तों में अब नया मोड़ देखने को मिल रहा है.
क्या है क़तर के लिए सऊदी की योजना ?
अरब न्यूज के अनुसार सऊदी अरब ने सीमा पर एक नया समुद्री चैनल बनाकर मुख्य भूमि से कतर को पूरी तरह से काटने की योजना बनाई है, यह योजना, जो सऊदी अरब और कतर के बीच 60 किलोमीटर की जलमार्ग का निर्माण करेगी, एक वर्ष के भीतर पूरी होनी है.
सऊदी मीडिया के अनुसार, इस परियोजना का लक्ष्य पर्यटन को विकसित करना है क्योंकि क्षेत्र अन्य खाड़ी देशों के लिए महत्वपूर्ण कनेक्शन प्रदान करता है. सलवा से ख्वार अल-उदय तक का समुद्री चैनल 200 मीटर चौड़ा, 15-20 मीटर गहरा और 60 किमी लंबा होगा. प्रोजेक्ट, जिसकी प्रारंभिक लागत लगभग 2.8 बिलियन ($ 746.67 मिलियन) होगी बस आधिकारिक अनुमोदन की प्रतीक्षा कर रही है.
क्यों चुना गया इस क्षेत्र को ?
इस क्षेत्र को इसके महत्व के कारण चुना गया था, इसके अनछुए सैंडी प्रकृति के अलावा जो कि बाधाओं से मुक्त है, जो योजना के क्रियान्वयन में बाधा डालती है.
यह क्षेत्र खुदाई के लिए पहाड़ों और अन्य भौगोलिक बाधाओं से मुक्त है, और चैनल आवासीय क्षेत्रों जैसे कि गांवों और कृषि क्षेत्रों से पार नहीं होगा. यह चैनल क्षेत्र में आर्थिक गतिविधि को भी पुनर्जीवित करेगा.
यह क्षेत्र तेल और औद्योगिक क्षेत्रों से संबंधित अन्य अनुसूचित परियोजनाओं से अलग है, जो इसे एक आर्थिक केंद्र बनने के लिए उत्तीर्ण करता है, सऊदी अख़बार की खबरों के मुताबिक “कतर की सीमा के निकट नहर के एक मील की दूरी पर एक भूमि, एक “सैन्य क्षेत्र” बन जाएगा, जो खासतौर से दोनों खाड़ी देशों के बीच भूमि व्यापार को स्थायी रूप से समाप्त कर देगा.”
यह कहा गया कि परियोजना की प्रारंभिक लागत SR2.8bn ($ 750m) होगी, और यह 12 महीनों के भीतर पूरा किया जा सकता है.
इस खबर के बाद ट्विटर पर बनाया गया मजाक :
एक यूजर ने कहा कली यदि सऊदी नेतृत्व कतर को मानचित्र से मिटा सकता है तो सही है . क्योंकि उनके दिल में घृणा और ईर्ष्या है.
ऐसी परियोजना का अंतिम अनुमोदन वॉशिंगटन में होगा, रियाद केवल फोटो और हैशटैग के साथ ही खेल सकते हैं.