मानवअधिकारों के ठेकेदार अमेरिका में एक मुस्लिम महिला के साथ बदसलूकी की सारी सीमा पार कर दी गई। अमेरिकी नागरिक जैनब मर्चेंट को एयरपोर्ट पर अपमानजनक जांच के दौरान अपना खून से सना पैड तक दिखाने को मजबूर होना पड़ा।
वाशिंगटन पोस्ट में एक ओपिनियन पीस लिखकर जैनब ने बताया कि एक बार मेरी तलाशी के लिए एक्सप्लोसिव युनिट लाई गई क्योंकि मेरे कंप्यूटर के पीछे एक स्टिकर लगा हुआ था और एक बार तो मेरी तलाशी में कुत्तों की पूरी टीम ही लगा दी।
27 वर्षीय जैनब ने बताया कि लोगों की भीड़ से रैंडमली उन्हें इस तरह की जांच के लिए चुना गया और प्राइवेट रूम में ले जाकर उनकी तलाशी ली गई। उन्होंने टीएसए अधिकारियों को बताया कि वह पीरियड्स में हैं और उन्होंने पैड पहना हुआ है।
तो अधिकारियों ने उन्हें यह साबित करने के लिए कहा गया। जिसके बाद उनकी एडिशनल स्क्रीनिंग हुई, जिसमें जैनब को कथित तौर पर अपना पैंट और अंडरवियर उतारकर पैड दिखाने के लिए कहा गया।
जैनब ने सवाल उठाया कि “क्या मुझे सिर्फ इसलिए रोका गया क्योंकि मैं मुस्लिम हूं, या क्योंकि मेरे परिवार ने एक बार ईरान की यात्रा की थी?”