रियाद: सिर्फ 2 महीनों बाद सऊदी महिलाऐं ड्राइविंग करती नज़र आएगी. यह फैसला सऊदी अरब के इतिहास में महिलाओं के लिए सबसे बड़ा माना जा रहा है. ड्राइविंग नेशनल कमेटी के प्रमुख डॉ. माखफोर अल-बुशर ने कहा कि सऊदी महिलाओं को सड़कों पर गाड़ी चलाने को लेकर कोई चिंता करने की ज़रूरत नहीं है.
अल अरेबिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने जोर दिया कि सड़क और यातायात प्राधिकरण किसी भी दुर्घटना से निपटने के लिए तैयार है, ख़ास तौर से सऊदी महिलाओं को ड्राइव करने के लिए एक क्षेत्रीय अध्ययन के बाद उन्होंने यह फैसला लिया उन्होंने कहा कि सऊदी महिलाओं को पूरी ट्रेनिंग दी जा रही है, अब सऊदी महिलाऐं सड़कों पर गाड़ी दौड़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है.
इस बीच, कई सऊदी महिलाएं ड्राइविंग संस्थानों में शामिल होने की तैयारी कर रही हैं जबकि अन्य सवाल करते हैं कि क्यों विश्वविद्यालय उत्सुक छात्रों को ड्राइविंग सबक नहीं दे रहे हैं. इसलिए, उन्हें विश्वविद्यालय के परिसरों के बाहर निजी संस्थानों के लिए अतिरिक्त शुल्क देकर ड्राइविंग सीखनी पड़ रही है.
अल अरेबिया के मुताबिक, इस संबंध में अल-बुशर ने पुष्टि की कि सऊदी महिलाओं को गाड़ी चलाने की इजाजत देने वाले शाही आदेश ने सिर्फ विश्वविद्यालयों को पढ़ाने की शिक्षा सीमित नहीं की है, लेकिन इस आदेश में येन भी कहा गया है कि, जिस तरह सऊदी पुरुषों को गाड़ी चलाने और ड्राइविंग सीखने का अधिकार है उसी तरह यह अधिकार सऊदी महिलाओं का भी है.
पुरुषों से 5 गुना ज्यादा दामों में महिलाओं को सिखाई जा रही ड्राइविंग
सऊदी महिलाओं को ड्राइविंग बहुत ही ज्यादा दामों में सिकाई जा रही है जो पुरुषों को ड्राइविंग सिखाने से 5 गुना ज्यादा है. अल-बुशर ने समझाया कि ये फीस “इन परियोजनाओं में निवेशकों के लिए है, खासकर विश्वविद्यालय अपनी क्षमता के भीतर सार्वजनिक पार्क किराए पर ले रहे हैं जबकि निवेशकों को अतिरिक्त लागत लगानी पड़ती है. “
अल-बुशर ने समझाया कि सऊदी महिला ड्राइवरों का अनुमानित प्रतिशत 25 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा और अरब राज्यों में महिला द्रिवेरों के समान होगा