अधिकार समूह कैदी विवेक, जो सऊदी अरब में मानवाधिकारों की वकालत करने वाले एक स्वतंत्र गैर-सरकारी संगठन है, ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर एक पोस्ट में घोषणा की कि मोहम्मद अल-हूदहैफ़ को अपमानित करने के दोषी पाया जाने के बाद जेल में पांच साल की सजा सुनाई गई. वैसे आपको बता दें यह पहली बार नहीं जब किसी सऊदी नागरिक ने UAE का अपमान किया हो. अकसर सऊदीयों को UAE की आलोचना करते देखा गया है.
पोस्ट में कहा गया है कि सऊदी अधिकारियों ने मई के अंत में “गुप्त परीक्षण” में मोहम्मद अल-हूदहैफ़ के खिलाफ शासन पारित किया था. लेखक ने अपने ट्विटर पेज पर पोस्ट प्रकाशित किए थे, पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात रियाद शासन के लिए खतरे के बारे में चेतावनी दी थी और अमीरात के अधिकारियों के मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए जबरदस्त योजनाओं के बारें में बताया था.
रिपोर्ट में कुछ दिनों बाद ही मानव अधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रमुख सऊदी मुस्लिम प्रचारक और राजनीतिक असंतुष्ट सलमान अल-ओदा, जो सितंबर 2016 से जेल में हैं, को लाल सागर बंदरगाह शहर जेद्दाह में दहबान सेंट्रल जेल से स्थानांतरित कर दिया गया है. इस हफ्ते की शुरुआत में सऊदी जेल में बंद मुस्लिम धर्मगुरु शेख सुलेमान अल-दोवीश पर इतने ज़ुल्म किये की उनकी जेल में मौत हो गयी .
सऊदी अरब ने हाल ही में कई धर्मगुरु, मुफ़्ती, और कार्यकर्ताओं को बिन सलमान और उनके शाही परिवार की आलोचना करने के जुर्म में गिरफ़्तार किया हुआ है. जिसके लिए UN, यूरोपियाई संघ ने सऊदी से इन सभी कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की है. आपको बता दें की कनाडा ने भी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की थी जिसके चलते सऊदी ने कनाडा पर आंतरिक मामलों के हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए सभी सम्बन्ध खत्म कर दिए है.