यूनाइटेड किंगडम में रहने वाली एक स्वीडिश महिला को दुबई में अमीराती विमान में एक ग्लास वाइन पीने के जुर्म में महिला और उनकी चार साल की बेटी को 3 दिन दुबई की जेल में गुजारी पड़ी. लंदन से दुबई जा रहीं एली ने फ्लाइट में कॉम्प्लीमेंटरी ड्रिंक के तौर पर एक गिलास वाइन मांगी थी.
एली को दुबई में गिरफ्तार किया गया. जैसे ही एली को जेल ले जाया गया, उन्होंने टॉयलेट साफ कराने की बात कही. तीन दिन की सजा के बाद एली को एक साल के लिए जेल भेज दिया गया है.
स्टेप फीड के मुताबिक, दुबई पुलिस ने महिला का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है. एक एनजीओ ने एली की मदद के लिए कुछ लोगों को भेजा और घटना को चौंकाने वाला बताया. जैसे ही दुबई में एली और उनकी बेटी उतरीं, आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. एली से पूछा गया कि क्या उन्होंने शराब पी थी? एली को दोबारा जेल भेजे जाने से पहले 5 दिन का ब्रेक दिया गया ताकि वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मुलाक़ात कर सकें.
उनके वकीलों ने ब्रिटिश मीडिया से कहा कि उन्होंने अपनी हिरासत के परिणामस्वरूप कानूनी फीस, व्यय और मिस्ड काम पर 30,000 ब्रिटिश पाउंड (38,295 डॉलर) खर्च कर लिए हैं.
वकील राधा स्टर्लिंग ने गार्जियन से कहा, “हमारे देश में एक भ्रम पैदा किया जाता है कि वहां पर्यटकों के लिए शराब पीना कानूनन सही है. यूएई में एयरपोर्ट, होटल, रेस्तरां और क्लबों में ड्रिंक्स परोसे जाते हैं. पर्यटक इस बात का आरोप नहीं लगा सकते कि अमीरात विदेशी पर्यटकों का ख्याल नहीं रखता। लेकिन ये सच्चाई से कोसों दूर है. किसी टूरिस्ट के खून में एल्कोहल की एक बूंद भी मिलना पूरी तरह अवैध है.”