नई दिल्ली. जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात (UAE) अपने कच्चे तेल को भारत में जमा करना शुरू कर देगा। दरअसल भारत ने यूएई की अाबूधाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) को कर्नाटक के पादुर स्थित अपने अंडरग्राउंड स्ट्रैटेजिक ऑयल स्टोरेज के एक हिस्से को लीज पर देने के लिए शुरुआती समझौता किया है। तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह इस साल यूएई की कंपनी के साथ हुई दूसरी इस तरह की डील है। पादुर में विदेशी कंपनियों को तेल जमा करने की अनुमति देने से भारत को 10 हजार करोड़ रुपए की बचत होगी।
 

भारत का होगा तेल पर पहला अधिकार
एग्रीमेंट के मुताबिक, वहां जमा किए गए तेल को एडीएनओसी स्थानीय रिफाइनर कंपनियों को बेच सकेगी, लेकिन इमर्जेंसी की स्थिति में इस तेल पर पहला अधिकार भारत सरकार का होगा। यूएई की कंपनी ने ट्वीट में बताया, ‘एडीएनओसी ने कर्नाटक में पादुर अंडग्राउंड फैसिलिटी में क्रूड ऑयल के स्टोरेज की संभावनाओं की तलाश के लिए आईएसपीआरएल के साथ समझौता किया है।’

भारत के बचेंगे 10 हजार करोड़ रुपए
इन अंडरग्राउंड स्टोरेज इस्तेमाल के लिए विदेशी कंपनियों को देने से जहां सरकार को तेल स्टोर करने में आने वाली कॉस्ट की बचत करने में मदद मिलेगी। लॉ एंड आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने 8 नवंबर को कैबिनेट मीटिंग के बाद कहा था कि विदेशी कंपनियों को पादुर में तेल जमा करने की अनुमति देने से सरकार को 10 हजार करोड़ रुपए की बचत होगी।
 
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पिछले हफ्ते ही कैबिनेट ने पादुर में विदेशी तेल कंपनियों को तेल जमा करने की अनुमति देने के फैसले पर मुहर लगाई है। जहां विशाखापट्टनम फैसिलिटी के एक तिहाई हिस्से को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ले चुकी है और भारत सरकार ने मंगलूर स्टोरेज को भर दिया है। वहीं 2.5 एमटी की पादुर फैसिलिटी अभी तक खाली है।
 

 
कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में जमा होगा तेल
भारत ने कर्नाटक के मंगलूर और पादुर व आंध्र प्रदेश के पादुर में अंडरग्राउंड कुएं तैयार किए हैं, जिनमें इमर्जेंसी के लिए 53.33 लाख टन तेल जमा किया जा सकता है। इतने तेल से भारत की 9.5 दिनों की तेल की जरूरत पूरी हो सकती है। विदेशी तेल कंपनियों को इनमें तेल जमा करने की अनुमति दे दी गई है, हालांकि इसके साथ ही यह शर्त भी रखी गई है कि इमर्जेंसी में भारत सरकार इस तेल को अपने लिए इस्तेमाल कर सकती है।
 
भारत में तेल जमा करेगा संयुक्त अरब अमीरात
एडीएनओसी ने इस साल फरवरी में मंगलूर के 1.5 एमटी स्ट्रैटेजिक ऑयल स्टोरेज का आधा हिस्सा भरने के लिए समझौता किया था। आबूधाबी में एग्रीमेंट के दौरान मौजूद रहे प्रधान ने अपने ट्वीट में कहा, ‘आईएसपीआरएल (स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व इंटिटी ऑफ इंडिया) और यूएई ने कर्नाटक में पादुर स्ट्रैटजिक रिजर्व में क्रूड ऑयल भरने में की एडीएनओसी के निवेश की संभावनाएं तलाशने के लिए समझौता किया है।’
इनपुट: MBC

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