उत्तर बिहार कुछ दिनों पहले तक बाढ़ के प्रभाव से पीड़ित था और अभी तक उससे उभरा भी नहीं था कि भागलपुर में फिर से गंगा ने अपना कहर बड़पाना शुरू कर दिया। ताज़ा मामला भागलपुर का है जहां सबौर प्रखंड के इंग्लिश गांव की जहां महज पिछले कुछ घंटों में दर्जनों घर गंगा की आगोश में चले गए। पुल के साथ-साथ गाँव का मुख्य मार्ग भी पूरी तरह दुब चुका है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों से हमारी घर सब कटाव में बहते आए हैं लेकिन आज तक सरकार का ध्यान हमारी ओर आकर्षित नहीं हुआ। केवल दिखावा के लिए बालू से भरी बोरियां इसमें डाल दी जाती है, लेकिन वह बोरियां हमारे घर और सड़क को बचाने में सक्षम नहीं है। हम लोग कटाव की वजह से त्राहिमाम हो चुके हैं। हमारी जमीन और मकान गंगा में समा गई। लाखों का नुकसान भी हो गया। रोजगार भी हाथ से छीन गया।
बिहार और बाढ़ का रिश्ता नया नहीं है हर साल बिहार बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित होता है और लोगों के दिलों में दहशत पैदा कर देता है। अभी तक भागलपुर के सबौर प्रखंड के इंग्लिश गांव के लोग बाढ़ का प्रकोप भूले भी नहीं थे कि इस त्रासदी ने उन्हें फिर से झकझोर दिया। ऐसे में लोगों की उम्मीद अब प्रशासन और सरकार से ही है।