आज देश में ‘स्वच्छ भारत दिवस’ मनाया जा रहा है। पटना शहर को स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल करने के लिए पटना नगर निगम ने कई अभियान शुरू किए थे। लेकिन सफाईकर्मियों की हड़ताल ने इन सभी प्रयासों की धज्जियां उड़ा दी है। पटना शायद देश का पहला स्मार्ट सिटी होगा, जो ‘स्वच्छ भारत दिवस’ के दिन गंदा रहेगा।
विदेश से आ रही मशीनों के निपटान के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये की निवेश की आवश्यकता है। इस काम को प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में किया जा रहा है और इसके लिए भारत सरकार के संबंधित विभागों के साथ सहमति हो गई है। पटना नगर निगम को इसके लिए सहायता मिलेगी।
पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल आज 12वें दिन है। नगर निगम का दावा है कि वैकल्पिक व्यवस्था चल रही है और कर्मचारियों को समय पर वेतन भी दिया जा रहा है। हड़ताल कर्मियों की मांगों के समर्थन में जारी है। नगर निगम कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से वार्ता करने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
पटना नगर निगम द्वारा विशेष रात्रि अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के दौरान पदाधिकारी, कर्मचारी और सफाईकर्मी रात में घूम-घूम कर पूरे शहर की सफाई कर रहे हैं। इस अभियान के दौरान चुना और ब्लीचिंग पाउडर का भी उपयोग किया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारियों की गाड़ियों में ये सभी सामग्री रखी गई है।