राज्य के विकास को लेकर नीतीश सरकार द्वारा एक और बेहतरीन योजना बनाई गई है, जिसके अंतर्गत बिहार के 20 शहरों को मेट्रो सिटी के रुप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है । इस फैसले के अनुसार बिछे में 4392.13 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल को विकसित करने का अनुमान है । इस क्षेत्रफल के अंतर्गत नए कोलोनी के निर्माण के साथ ही साथ क्षेत्र को स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल,बिल्डिंग,यातायात,पार्क,मल्टी स्टोरेज मॉल और अन्य सारी सुविधाओं का गंभीरता से खयाल रखा जाएगा।
बिहार के 13 शहरों के लिए बना मास्टर प्लान
बता दें कि राज्य सरकार के द्वारा पहले से भी राज्य को विकसित करने की कोशिश के तहत 13 मुख्य शहरों के लिए प्लान तैयार किया जा चुका है, जिसमें गया, बोधगया, राजगीर, आरा, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ, सहरसा, पूर्णिया, छपरा, दरभंगा, मुंगेर और बेगूसराय शामिल हैं। इन सभी शहरों में आये दिन समीक्षा की जारी है कि शहर में किस क्षेत्र में विकास की आवश्यकता है।
बिहार की राजधानी पटना का मास्टर प्लान सरकार ने पहले ही तैयार किया जा रहा है। बता दें कि पटना में 1163 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल को विकसित करने का निर्णय लिया गया है । इस कार्य का गंभीरता से निगरानी की जाएगी ।
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर भी सरकार ने नजर रखी है
ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों का डेटा कलेक्ट किया जाएगा और मास्टर प्लान के तहत उन्हें शहरी क्षेत्र के मुताबिक कॉलोनी में विकसित किया जाएगा। निर्देश के अनुसार प्रत्येक मकान का नक्शा पास कराना अनिवार्य होगा। हर मकानों पर क्यूआर कोड लगेगा जिसका उपयोग पेयजल, कूड़ा उठाव सहित दूसरी सुविधाओं की मॉनिटरिंग की लिए सरकार द्वारा किया जाएगा । सड़कों को क्षेत्र अनुसार वहाँ सिंगल और डबल लेन का निर्माण किया जाएगा।
हाजीपुर में इन क्षेत्रों में होगा विकास
हाजीपुर में 427.24 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल को विकसित करने का निर्णय लिया गया है । हाजीपुर बिहार में विकसित होने वाला सबसे बड़ा हिस्सा होगा और इस क्षेत्र को विकसित कर पटना में जोड़ने का फैसला लिया गया है । हाजीपुर में दौलतपुर चांदी, नूनपुर, चकभटंडी, भगवानपुर, मोहम्मदाबाद, मंसूरपुर, मलाही अकबर, राधोपुर, पीरमोहम्मदपुर, बहरमपुर, राजापाकड़, रमदाहा, ठकुरसी, कुशियारी सहित दो दर्जन जगहों को इस योजना के तहत विकसित करने की योजना है ।