Child Pornography Cases in Bihar
Based on a report from the National Center for Missing and Exploited Children (NCMEC), Bihar has seen 27 FIRs related to child pornography this year. The Deputy Inspector General of Economic Offenses Unit, Dr. Manvjeet Singh Dhillon, expressed concern over this issue, stating that Bihar is one of the top states in this regard.
Legal Action Against Offenders
Primary FIRs have been filed against 27 individuals in various cyber police stations in Bihar for uploading and accessing material related to child pornography commercially. In addition, 67 Facebook accounts, 109 Instagram accounts, 33 WhatsApp accounts, 3 Telegram accounts, 1 X account, and 5 others have been identified and action has been taken to take down the content.
Recovery of Funds
Bihar has recovered a total of 68 crore rupees related to cyber fraud cases, with 22 million rupees returned to victims through various court proceedings this year. The Economic Offenses Unit ranks second in the country for recovering funds, with Kerala being the only state ahead of Bihar in this regard.
Blocking of Mobile Numbers
The Economic Offenses Unit has blocked 10,957 mobile numbers and 6,329 IMEI numbers being used for cyber fraud through the Department of Telecommunication’s portal. This proactive approach aims to prevent further instances of cyber fraud in the state.
अमेरिका बेस्ड एनजीओ (NCMEC) की रिपोर्ट के आधार पर बिहार में इस साल चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित 27 FIR दर्ज हुई है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी डॉक्टर मानवजीत सिंह ढिल्लो ने भी इस पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि बिहार ‘ऑन ऑफ दी टॉप स्टेट’ है। 27 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्जएनसीएमईसी की रिपोर्ट पर बिहार के अलग-अलग साइबर थानों में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित मैटेरियल को अपलोड करने वाले और कमर्शियल तौर पर एक्सेस करने वाले 27 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित मैटेरियल प्रकाशित करने वाले 67 फेसबुक अकाउंट्स, 109 इंस्टाग्राम, 33 व्हाट्सएप,3 टेलीग्राम,1 एक्स अकाउंट्स समेत 5 अन्य को आइडेंटिफाई करके टेक डाउन की कार्रवाई की गई है। दूसरे नंबर पर पहुंचा बिहार उन्होंने आगे कहा कि अभी तक साइबर फ्रॉड से संबंधित 68 करोड़ की राशि होल्ड कराई गई है। इस साल 2 करोड़ 20 लाख विभिन्न कोर्ट के माध्यम से पीड़ित के खातों में वापस कराई गई है। पूरे देश में राशि होल्ड कराने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई दूसरे नंबर पर है। केरल के बाद बिहार का स्थान है। मोबाइल नंबर को कराया गया ब्लॉक आर्थिक अपराध इकाई ने डिपार्टमेंट ऑफ टेली कम्युनिकेशन के पोर्टल पर साइबर फ्रॉड के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 10957 मोबाइल नंबर, 6329 आईएमआई को ब्लॉक कराया है।