834 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने 834 विशेषज्ञ डॉक्टरों का राज्य के विभिन्न अस्पतालों में पदस्थापन किया है। इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है। तकनीकी सेवा आयोग की अनुशंसा के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त 834 विशेषज्ञ डाक्टरों का विभिन्न अस्पतालों में पदस्थापन किया है।
तकनीकी सेवा आयोग की अनुशंसा पर हो रही नियुक्ति
नियुक्त किए जाने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों में शिशु रोग, जनरल फिजिशियन से लेकर हड्डी रोग तक के डाक्टर हैंं। डाक्टरों को जिला, अनुमंडल अस्पतालों के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित गया है। स्वास्थ्य विभाग के आदेश के अनुसार कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए तकनीकी सेवा आयोग की अनुशंसा पर सही मानकर नियुक्ति की जा रही है। बात दें कि नव-नियुक्त डाक्टरों का अब तक पुलिस सत्यापन नहीं किया गया है और न ही प्रमाण-पत्रों की जांच हो पाई है। इसलिए अगर प्रमाण-पत्र सत्यापन के दौरान यदि किसी की रिपोर्ट प्रतिकूल पाई जाएगी तो डाक्टर की सेवा बगैर किसी सूचना के तत्काल समाप्त कर दी जाएगी। इसके अलावा वैसे डाक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी।
औपबंधिक है पदस्थापन
पदस्थापन के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि डाक्टर का यह पदस्थापन औपबंधिक है और योगदान की तिथि के दो वर्ष के बाद इनकी सेवा संपुष्ट कर दी जाएगी। स्पष्ट किया गया है कि विशेषज्ञ डाक्टरों में से यदि कोई बांड पेपर की वजह से तीन सालों की अनिवार्य सेवा में कार्यरत हैं तो वैसे डाक्टर पूर्व आवंटित संस्थान से स्थायी रूप से विरमित होकर नए संस्थान में योगदान कर करेंगे।