45500 शिक्षक और 5300 प्रधानाध्यापक की होगी भर्ती
बिहार में अध्यापक पद और शिक्षक पद के लिए वैकेंसी निकाली जा रही है । जी हां इस भर्ती में 45500 शिक्षक और 5300 प्रधानाध्यापक भर्ती होंगे । आपको बता दें कि यह भर्ती बिहार सरकार नहीं बल्कि बिहार लोक सेवा आयोग करेगा । 1994 के बाद ऐसा पहली बार होगा कि लोक सेवा आयोग के द्वारा नियोजित शिक्षकों को भर्ती मिलेगी । इस बात की जानकारी खुद शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दिया है । बिहार के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के पदों पर जल्द ही नियुक्ति की जाएगी। इन पदों पर नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना सोमवार को भेज दी गयी है
न्यूनतम 50 फ़ीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए
आपको बता दें कि इस में भर्ती होने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विवि से न्यूनतम 50 फ़ीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए । इसके साथ-साथ डीएलएड, बीटी बीएड, बीएड बीएलएड की डिग्री और 2012 या उसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा पास होना भी अनिवार्य है। एससी/एसटी/ दिव्यांग महिला और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यार्थियों को नियम निर्धारित अंक में 5 फीसद की छूट मिलेगी । आपको बता दें कि पंचायत प्रारंभिक शिक्षक, नगर प्रारंभिक शिक्षक के रूप में कार्य करने का लगातार 8 साल का अनुभव भी होना चाहिए ।
लिखित परीक्षा के माध्यम से होगी भर्ती
प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के लिए बीपीएससी अलग-अलग परीक्षा का आयोजन करेगा। अध्यापकों की जो भर्ती होगी वह लिखित परीक्षा के माध्यम से होगी । यह परीक्षा डेढ़ सौ अंकों का होगा जिसमें वस्तुनिष्ठ और वैकल्पिक दोनों तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे । सभी प्रश्न 1 अंक के होंगे । हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक काट लिए जाएंगे । दोनों पदों पर सैलरी भी अच्छी खासी मिलेगी। जानकारी के मुताबिक प्रधानाध्यापक का मूल वेतन 35 हजार रुपये तय किया गया है. महंगाई और दूसरे भत्ते जोड़ने के बाद इनका वेतन 50 हजार के आसपास आंका गया है. प्रधान शिक्षकों का मूल वेतन 30,500 आंका गया है। विभिन्न भत्ता आदि के जोड़ कर 40 हजार के आसपास होगा।