बिहार पुलिस के द्वारा किए जा रहे मनमानी और सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज्यादा हाई टेक बनाने के लिए एक नया नियम बनाया गया है। आपको बता दें कि बिहार के कई जिलों में ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पर कैमरा लगाया जा रहा है, और जिसका उद्देश्य ट्रैफिक नियंत्रण के अलावा ट्रैफिक पुलिस के अफसरों और जवानों की गतिविधियों पर भी नजर बनाये रखना है। इस बड़े फैसले के बाद अब ट्रैफिक चालान में पारदर्शिता प्राप्त होगी और ट्रैफिक पुलिस की मनमानी से भी लोगों को राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है।
ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पर लगाए गए 33 कैमरे
राजधानी पटना और नालंदा जिला में करीबन 33 कैमरे दिए गए हैं। इसका की ट्रैफिक पुलिस ने वर्दी में पहनकर इसका उपयोग करना जल्द ही शुरू कर दिया है। अब वर्दी में कैमरा लगाए जाने से अफसरों और जवानों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। और इसके साथ ही साथ ट्रैफिक पुलिस ने स्पीड गन का भी इस्तेमाल जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। यह गन दूर से ही आ रही गाड़ीयो की रफ्तार को बता देगी जिससे की यदि कोई भी गाड़ी हाई स्पीड है तो उसका चालक को जुर्माना भरना ही पड़ेगा।
12 जिलों के DSP की दिए गए निर्देश
12 जिलों के ट्रैफिक DSP को इसके लिए ट्रैफिक IG द्वारा जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए गए है। बता दें कि कैमरे को कंट्रोल रूम से लिंक किया गया है, जिससे की लाइव वीडियो को कंट्रोल में बैठे पदाधिकारी भी देख सकते है। उम्मीद है इससे पुलिस और लोगो के क्रियाकलापों में पारदर्शिता आएगी।