बिहार में कोरोना मामलों काफी कमी आई है। कोरोना की स्थिति का आंकलन करते हुए प्रतिबंधों को धीरे धीरे हटाया जा रहा है। इस क्रम में बुधवार को भी आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुलाई गई है। आगे क्या क्या रियायतें दी जाएंगी, उसपर इसी बैठक के दौरान ही विचार किया जा सकता है।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बैठक के दौरान छोटी कक्षाओं के स्कूलों को खोलने, धार्मिक स्थलों को खोलने और ऑफलाइन पढ़ाई आरंभ करने को लेकर भी मंथन किया जा सकता है।
मालूम हो कि अनलॉक-4 सात जुलाई से शुरू हुआ था जो छह अगस्त तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन्स को पालन करने की शर्तों के साथ 12वीं तक स्कूलों और ऊपर स्तर के कॉलेजों को 50 फीसद उपस्थिति के साथ खोल दिया गया था। वहीं प्रतियोगिता परीक्षाओं के आयोजन को भी अनुमति भी मिल गई थी।
इसके साथ ही सभी कार्यालय भी सामान्य रूप से खोले जा चुके हैं। अब देखना होगा कि अनलॉक-5 के दौरान किन किन चीजों पर छूट मिलती है या फिर छूट का दायरा बढ़ाया जाता है।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बैठक के दौरान छोटी कक्षाओं के स्कूलों को खोलने, धार्मिक स्थलों को खोलने और ऑफलाइन पढ़ाई आरंभ करने को लेकर भी मंथन किया जा सकता है।
मालूम हो कि अनलॉक-4 सात जुलाई से शुरू हुआ था जो छह अगस्त तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन्स को पालन करने की शर्तों के साथ 12वीं तक स्कूलों और ऊपर स्तर के कॉलेजों को 50 फीसद उपस्थिति के साथ खोल दिया गया था। वहीं प्रतियोगिता परीक्षाओं के आयोजन को भी अनुमति भी मिल गई थी।
इसके साथ ही सभी कार्यालय भी सामान्य रूप से खोले जा चुके हैं। अब देखना होगा कि अनलॉक-5 के दौरान किन किन चीजों पर छूट मिलती है या फिर छूट का दायरा बढ़ाया जाता है।
आपको बता दें कि कोरोना के आंकड़ों में कमी आने के बाद कई चीजों में ढ़ील तो जुरूर दी गई है लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती पालन करने भी अपील भी लोगों से की जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश ने मंगलवार को खुद सड़कों पर निकलकर यह देखा की लोगों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है कि नहीं।