नीट 2021 के बाद देशभर के मेडिकल कालेजों में नामांकन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। साल 2020 में नीट में बिहार के ऑल इंडिया 15 प्रतिशत कोटा के साथ-साथ राज्य का भी कटआफ बढ़ गया था। इस बार भी उम्मीद है कि कटआफ वर्ष 2020 के आसपास ही रहेगा। वर्ष 2020 के मापअप राउंड तक 617-618 अंक तक वाले विद्यार्थियों का नामांकन राज्य के सरकारी मेडिकल कालेजों में हुआ था।
सरकारी मेडिकल कालेजों में हैं इतने सीट
बता दें कि बिहार राज्य में एमबीबीएस के लिए सरकारी मेडिकल कालेजों में 1070 सीट दिए गए है, जबकि निजी मेडिकल कालेजों में 700 सीटें निर्धारित है। इसके साथ ही सरकारी बीडीएस कालेजों में 36 सीटें तथा निजी में लगभग 216 सीट निर्धारित है। बता दें कि सरकारी मेडिकल कालेजों में 85 प्रतिशत सीटों पर नामांकन बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) की करेगा। नामांकन की प्रक्रिया 15 नवंबर के बाद आरंभ होगी और इसके लिए विस्तृत सूचना जल्द प्रकाशित की जाएगी।
वर्ष 2018 से 2020 तक लगातार बढ़ता ही रहा है कटऑफ
बीसीईसीईबी की आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2018 से 2020 तक हर वर्ष मेडिकल कालेजों में नामांकन के लिए कटआफ बढ़ता ही रहा है। वर्ष 2018 में सामान्य वर्ग के लिए 539 सीटों पर नामांकन हुआ। वर्ष 2019 में सामान्य श्रेणी के लिए 599 पहली सूची में रहा, अंतिम कटआफ 568 तक गया। 2018 में अनुसूचित जाति का कटआफ 493 से आरंभ होकर 408 तक नामांकन हुआ। वर्ष 2020 में सेकेंड राउंड में सामान्य में सामान्य 598, एससी 457, एसटी 487, ईबीसी 587, बीसी 604, ईडब्ल्यूएस 598, आरसीजी 600 एवं दिव्यांग के लिए 134 अंक रहा।