पूर्व मध्य रेलवे के निर्माण विभाग ने हाजीपुर- सुगौली नई रेल लाइन परियोजना के तहत वैशाली व देवरिया कोठी के बीच ट्रेनों के परिचालन को लेकर कवायद तेज की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस रूट पर मार्च-2023 से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है। 30 किमी लंबी वैशाली व देवरिया कोठी रेलवे लाइन में 15 पुल व पांच रोड अंडरब्रिज व अन्य निर्माण कार्य के लिए निर्माण विभाग की ओर से टेंडर जारी किया गया है। बता दें कि पुलिस, रोड अंडरब्रिज, दीवार, यार्ड व नाला आदि निर्माण कार्य पर 58 करोड़ 56 लाख रुपये खर्च होगा और 15 दिसंबर तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी।
वैशाली से देवरिया कोठी तक कार्य के लिए कवायद शुरू
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस परियोजना के पहले चरण के अंतर्गत घोसवर से वैशाली तक कार्य संपन्न हो चुका है। वहीं, दूसरे चरण के तहत वैशाली से देवरिया कोठी तक कार्य के लिए कवायद शुरू हो गई है। बता दें कि इस परियोजना के पूरा होने जे बाद वैशाली, केसरिया, अरेराज और सुगौली के प्रसिद्ध बौद्ध स्थल जुड़ जाएंगे। वहीं, इस परियोजना के पूरा होने से वैशाली, मुजफ्फरपुर व पूर्वी चंपारण के पचास लाख लोगों को फायदा होगा। इस रेल रुट के बन जाने से चंपारण व मुजफ्फपुर के पश्चिमी इलाके के लोग मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचे बिना हाजीपुर के रास्ते आसानी से ट्रेन से पटना तक का सफर कर सकेंगे।
चारगुनी बढ़ी लागत
निर्माण में देरी की वजह से इस परियोजना की लागत चारगुनी बढ़ चुकी है। बता दें कि हाजीपुर- सुगौली नई रेल लाइन प्रोजेक्ट की प्रारंभिक स्वीकृत लागत 528.65 करोड़ रुपये थी। निर्माण में देरी से लागत बढ़कर 2066.78 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमे भूमि की लागत 115 करोड़ से बढ़कर 999 करोड़ रुपये हो गई है और मिट्टी भराई का कार्य एवं रेलवे अंडरब्रिज की संख्या में बढ़ोतरी से 194 करोड़ रुपये लागत बढ़ गई है वहीं, विद्युतीकरण कार्य पर 183.41 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। यानी कार्य मे हुई देरी की वजह से अब बजट काफी ज्यादा भाग चुका है।