बिहार में नदियां के जलस्तर में आई बढ़ोतरी से जहां लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं बारिश और बाढ़ ने सांपों को भी बेहाल कर दिया है। बारिश और बाढ़ के कारण सांपों के बिल में पानी भर गया है। जिसके कारण भोजन और अपने ठिकाने की तलाश में सांप मानव बस्ती में पहुंलने लगे हैं।
इन दिनों लोगों की बस्तियों में रसल्स वायपर, स्पेक्टिल कोबरा और कॉमन करैत जैसे विषैले सांपों को देखा जा रहा है। ये तीनों सांप बेहद जहरीले होते हैं। जिनके काटने के कुछ ही समय बाद किसी की जान जा सकती है।
बाढ़ के कारण गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण के कई इलाकों में सांपों की चहलकदमी बढ़ी हुई है। 15 दिनों के भीतर गोपालगंज में 7 लोगों की जान सर्पदंश के कारण जा चुकी है। वहीं सांप काटने के बाद आठ से अधिक लोग अस्पतालों में अपना इलाज करा रहें हैं। ऐसे में हमें इन सांपों से बचकर रहने की जरुरत है।
आईये जानते हैं कि सर्पदंश के बचाव के लिये क्या किया जा सकता है:
- अगर आपका घर जलजमाव या बाढ़ग्रस्त इलाके में हैं तो अपने घरों के दरवाजें और खिड़कियों को बंद रखने की कोशिश करें।
- आप अपने खिड़कियों पर जाली भी लगा सकते है ताकि उसकी खुली होने पर भी सांप उसमें प्रवेश न कर सकें।
- खेतों में जाते समय काफी सतर्क रहें।
- शाम होने के बाद बिना टॉर्च के बाहर निकलने से बचे।
- रात को रौशनी के बीच रहने का प्रयास करें।
- अपने घरों में और उसके आसपास बिल व सुराखों को बंद कर दें।
- रात को घरों में बाहर चलते समय नीचे की ओर भी ध्यान रखें।
- क्योंकि कई बार अनजाने में सांप लोगों के पैरों के नीचे आ जाते हैं।
- लोगों का पांव अपने शरीर पड़ने के बाद सांप गुस्से में उन्हें डंस भी लेते हैं।