देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर एक बार फिर परेशानी का सबब बन सकती है। इसे लेकर बिहार सरकार भी काफी चिंतित है। CM नीतीश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और तमाम अधिकारी इससे निपटने की तैयारी में जुटे हैं। हालांकि, सरकार का दावा है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमनीक्रोन को देखते हुए बिहार में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी दावा किया है कि सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में व्यवस्था की जा रही है। कोरोना के इलाज में काम आने वाले संसाधनों को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। अब इसी सिलसिले में कुछ दिनों पहले पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में नए PSA plant का सफल मॉक ड्रिल किया गया था और अब बिहार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
बिछाई जाएगी ऑक्सिजन पाइपलाइन
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर राज्य के चिह्नित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएमएसआइसीएल) के माध्यम से पाइपलाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसके लिए बीएमएसआइसीएल द्वारा निजी क्षेत्र की कंपनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को किया गया चिन्हित
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य के 254 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने के लिए चिह्नित किया गया है। इनमें सभी प्रमंडलों के प्रमुख जिलों को शामिल किया गया है। सबसे अधिक तिरहुत प्रमंडल में 56 सीएचसी में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जबकि सारण प्रमंडल में 27, दरभंगा प्रमंडल में 32, कोसी प्रमंडल में 17, पूर्णिया प्रमंडल में 25, मुंगेर प्रमंडल में 20, भागलपुर प्रमंडल में 14, पटना प्रमंडल में 27, मगध प्रमंडल में 36 सीएचसी में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछेगी।