राज्य में होगी 3270 से अधिक नियमित आयुष चिकित्सकों की बहाली
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि बिहार तकनीकी सेवा आयोग 3270 से अधिक नियमित आयुष चिकित्सकों की बहाली प्रक्रिया में तेजी से जुट गया है।राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में आयुष चिकित्सा के प्रति लोगों का आकर्षण और भरोसा कोरोना काल में तेज़ी से बढ़ा है। राज्य के लोगों ने अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के मकसद से आयुर्वेद की शरण में जाना ठीक समझा।
30 लाख मरीजों दी गयी चिकित्सा
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में दिसम्बर तक करीब 30 लाख मरीजों को प्रत्यक्ष रूप से आयुष पद्धति से चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई है। इस स्वरूप सरकार ने देसी चिकित्सा पद्धति को विकसित करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग आयुष अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए जल्द ही 3,270 आयुष डाक्टरों की स्थायी नियुक्ति करेगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अगले साल जनवरी तक इन आयुष डाक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
इन पदों पर होगी नियुक्ति
3,270 पदों पर नियुक्ति की अधियाचना बिहार तकनीकी सेवा आयोग को भेज दी गई है। स्वीकृत पदों में 50 प्रतिशत पद यानी 1,635 पर आयुर्वेद, 981 पर होमियोपैथी और 20 फीसद यानी 654 पदों पर यूनानी डाक्टर जल्द से जल्द बहाल किए जाएंगे, ताकि लोगो का देसी चिकित्सा के प्रति विश्वास ऐसे ही बने रहे ।