बिहार में विकास की रफ्तार को गति देने के लिए लगातार सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। हाल ही में बिहार के स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे में तब्दील किये जाने की बात भी सामने आई है। इसके अलावा राजधानी पटना में भी कई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इतना ही नहीं 4 नए एक्सप्रेसवे की सौगात भी बिहार को दी गयी है। वहीं, राजधानी पटना के आसपास कई सड़कों का निर्माण कार्य किया जाएगा। इसी क्रम में अब एनएच 327 ई. के परसरमा से अररिया तक चौड़ीकरण कर फोरलेन बनाने का रास्ता साफ हो गया। फिलहाल इसके लिए डीपीआर बनेगी। इस संबंध में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख प्रस्ताव भेजा था।
डीपीआर के लिए टेंडर जारी
अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पत्र से बिजेंद्र प्रसाद यादव को यह सूचना दी है। पत्र में बताया गया है कि एनएचएआइ ने डीपीआर बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार सुपौल से होकर गुजरने वाली सड़क एनएच को जोड़ती है। राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 106 वीरपुर-बीहपुर पथ, भारतमाला परियोजना की सड़क 527 ए. जो उच्चैठ भगवती स्थान मधुबनी से महिषी तारा स्थान सहरसा तक जाती है।
बंगाल की दूरी 80 किलोमीटर हो जाएगी कम
बता दें कि 327 ए. सुपौल-भपटियाही सरायगढ़ सड़क जो ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडर सड़क से मिलती है, इसका सीधा संपर्क राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 327 ई से है। इस सड़क के पुरी तरह बनकर तैयार होने के बाद बंगाल की दूरी लगभग 80 किलोमीटर कम हो जायेगी और इससे यात्रियों को आवागमन में काफी सुविधा एवं सुगमता होगी।