कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की देश में दस्तक के साथ ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। बिहार सरकार कोरोना के नए वैरिएंट को गंभीरता से लेते हुए कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर तरह की मुमकिन कोशिस कर रहा है। भारत सरकार द्वारा सात ऐसे राज्य चुने गए है जहाँ लोगों की संख्या ज्यादा है और जिन्हें टीके की एक भी खुराक नहीं मिली है। ये सात राज्य बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं।
बिहार में लोगों को नई वैक्सीन जायकोव-डी लगेगी
बिहार में जल्द ही कोरोना की नई वैक्सीन जायकोव-डी का इस्तेमाल किया जाएगा। अब तक बिहार में कोविशिल्ड, कोवैक्सीन के टीके लोगों को लगाए जा रहे थे लेकिन अब राज्य में टीके से अब तक वंचित लोगों को टीके के तीसरे विकल्प के रूप में जायकोव-डी का भी टीका लगाया जाएगा। बिहार सरकार द्वारा अभी इसे बिहार की राजधानी पटना समेत 5 जिलो में लगाये जाने का निर्णय लिया गया है। जायकोव-डी का टीका पटना के अलावा भागलपुर, जमुई, मुजफ्फरपुर और मधुबनी में उपलब्ध होगी।
नई वैक्सीन जायकोव-डी की लगेगी तीन डोज
आपको ये बता दे कि कोवैक्सीन के बाद देश में तैयार जायकोव-डी दूसरी वैक्सीन है। खबर के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया जायकोव-डी के हर डोज के बीच कम से कम 28 दिन का अंतराल रहेगा। जायकोव-डी का पहला डोज लेने के 28वें दिन दूसरा डोज और 56 वें दिन तीसरा डोज लेना है। यह पहला ऐसा टीका है जिसमें तीन डोज लेनी है।आपको ये भी बता दे कि ये वैक्सीन की एक ओर खास बात है और वो यह है कि इसमे सूई नहीं है यह एक “नीडल फ्री” वैक्सीन है । इस वैक्सीन को खास बच्चों को ध्यान में देते हुए बनाया गया था। फिलहाल यह बिहार में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगायी जाएगी। डॉक्टरों का कहना है कि जायकोव-डी वैक्सीन सिर्फ सरकारी सेंटर पर ही दी जाएगी। कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तरह यह भी निशुल्क लगाई जाएगी।
स्वास्थ्य अधिकारियों को दी जा रही है ट्रेनिंग
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वैक्सीन को पटना में लाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है।खबर के अनुसार बीते दिनों में इस वैक्सीन से जुड़ी ट्रेनिंग स्वास्थ्य अधिकारियों को दी जा चुकी है । अब इससे जुड़ी ट्रेनिंग एक सप्ताह में पहली चरण में 25 एएनएम नर्स को दिया जाएगा और जल्द ही पूरी तैयारियों के साथ बिहार सरकार इसका इस्तेमाल करेगी।