टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से हो रहा है उपचार
सात निश्चय- दो के तहत बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने ई-संजीवनी टेली मेडिसीन सेवा शुरू की है। इसके अंतर्गत गांव में रहने वाले लोग बड़े अस्पताल के डॉक्टर से फ़ोन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श ले सकते हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के बाद से लोग लगातार अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहते हैं। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में भी ग्रामीण अस्पतालों के डॉक्टरों पर दवाब बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में टेलीमेडिसिन सेवा ग्रामीणों के लिए बहुत लाभदायक है।
534 प्रखंडों में कम-से-कम दो ‘स्पोक्स’ खोले जाएंगे
बता दें कि अब स्वास्थ्य विभाग इस सेवा काे विस्तार देने में जुटा है। स्वास्थ्य विभाग बिहार के सभी 534 प्रखंडों में कम-से-कम दो ‘स्पोक्स’ (जहां से मरीज डाक्टर से बात कर सकते हैं) खोलने की तैयारी में है। यह स्पोक्स वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा से युक्त होंगे। दिसंबर से जनवरी 2022 के बीच सभी प्रखंडों में कम से कम दो स्पोक्स खोले जाएंगे। मालूम हो कि प्रारंभिक काल से लेकर अब तक करीब 70 हजार से ज्यादा मरीज टेली-कांफ्रेंसिंग के जरिए डाक्टरों की सलाह ले चुके हैं।
समय में भी किया गया था बदलाव
बता दें कि पहले टेलीमेडिसीन की सुविधा सप्ताह में सिर्फ तीन दिन मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को थी। पर,मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब इसे सोमवार से शनिवार तक छह दिन कर दिया गया है। इसके साथ ही अब, सुबह नौ से दो बजे की बजाय सेवा सुबह नौ से शाम चार बजे तक मरीजों के लिए काम करेगी।