दुर्घटनाग्रस्त मरीजों का मुफ्त में प्राथमिक उपचार
पटना के अब इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में घटना-दुर्घटना में जख्मी मरीजों को इमरजेंसी में त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। जी हां, अब दुर्घटनाग्रस्त मरीजों का मुफ्त में प्राथमिक उपचार किया जाएगा और इमरजेंसी में आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराई गईं हैं। 16 नवंबर को अस्पताल प्रबंधन कमेटी की बैठक के बाद प्रशासनिक उप निदेशक ने अधिसूचना जारी कर दी।
बनेगी और इमरजेंसी वार्ड
कमेटी की बैठक के बाद यह तय किया गया कि इमरजेंसी में मुफ्त प्राथमिक उपचार और दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। और इसके साथ ही मेडिकल आंकोलाजी डे-केयर की खाली जगह का उपयोग इमरजेंसी वार्ड के रूप में किया जाएगा।
24 घंटे के लिए होगी तकनीशियन की प्रतिनियुक्ति
वहीं कोरोना महामारी को लेकर अब यह तय किया गया है कि इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों की एंटीजन से ही कोरोना जांच होगी और फिर भर्ती किया जाएगा। आरटी-पीसीआर जांच केवल आपरेशन वाले मरीजों के लिए जरूरी होगी। इसके लिए आवश्यक संख्या में 24 घंटे के लिए तकनीशियन की प्रतिनियुक्ति के निर्देश दिए गए। स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में जल्द भर्ती करने की सुविधा आरंभ करने की कवायद करने पर भी सहमति जताई गई। इमरजेंसी में खाली होने वाली सभी बेड की संख्या बड़े एलईडी स्क्रीन पर दिखाने का भी निर्णय हुआ है। बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट को मद्देनजर रखते हुए बेडो की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया गया है।