बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने ऐसे अपराधी गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें बीटेक से लेकर एमबीए की पढ़ाई कर चुके प्रोफेशनल शामिल हैं। इस गिरोह का सरगना एक ऐसा व्यक्ति है जो जिसने अपने उच्च शिक्षा प्राप्त बेटों को अपराध की दुनिया में उतार दिया।

 

ये बाप-बेटे मिलकर पटना के आभूषण दुकानों में चोरी और लूटपाट किया करते थे।

पटना पुलिस ने इस गैंग के आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बेऊर और दानापुर की तीन दुकानें अपराधियों के निशाने पर थीं। गिरफ्तार हुआ गिरोह का सरगना अली अहमद उर्फ इंजीनियर मूल रूप से पश्चिमी चंपारण के बसबरिया का रहने वाला है।

 

उसके बेटे शाहरुख उर्फ डब्लु और फिरदौस भी पुलिस के हत्थे चढ़ गये। शाहरुख एमबीए पास है जबकि फिरदौस ने बी-टेक कर रखा है। उसने मलेशिया में नौकरी छोड़कर जरायम की दुनिया में कदम रखा। शाहरुख हत्या मामले में जेल जा चुका है। एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि ये अपराधी पश्चिमी चंपारण से पटना आते थे। गिरोह अगमकुआं, बेऊर सहित अन्य थाना इलाकों में घटनाओं को अंजाम देता था। सभी अपराधियों को न्यू बाइपास से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गये आठ अपराधियों में एक अंजनी सिंह उर्फ पप्पू उर्फ संजय (बिदुपुर, वैशाली) है जो पटना में दुकानों की रेकी करता था।

लगातार हो रही घटनाओं के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसी क्रम में सूचना मिली कि न्यू बाइपास में अपराधी ग्रे कलर की हुंडई कार से घूम रहे हैं। घेराबंदी कर संदेहास्पद कार को रोका गया। गाड़ी पर आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध सवार थे। कार की तलाशी लेने पर एक देशी पिस्टल, एक जिंदा कारतूस, ताला काटने के कई उपकरण, कटर, सावल,रिंच, गाड़ी के दो नंबर प्लेट सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। अंजनी ने बताया कि वह दिन के समय में आभूषण प्रतिष्ठानों की रेकी करता था। अपराधी राजीवनगर के मौर्य पथ स्थित राहुल गुप्ता के आरके ज्वेलर्स में चोरी के जेवरात बेचते थे। गिरोह में शामिल पश्चिम चम्पारण में नगर थाना बेतिया के मो. फिरदौस की मदद से भी सोना बेचा जाता है। पुलिस ने राहुल के साथ फिरदौस को भी गिरफ्तार किया है।

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