घर-घर जाकर लोगों को लगाया जाएगा टीका
बिहार में कोरोना नियंत्रण को लेकर लगातार सरकार की ओर से राज्यभर में टीकाकरण अभियान चलाए जा रहे हैं। अब इसी क्रम में 30 नवंबर तक बिहार में हर घर दस्तक अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का मकसद लोगों को कोरोना टीके को लेकर जागरूक करना है। साथ ही जिन लोगों ने अपना पहला टीका ले लिया है उन्हें टीके की दूसरी खुराक लेने के लिए प्रेरित करना है। अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को कोरोना का टीका लगवाएंगे।
एकल खुराक का टीकाकरण 73 करोड़ से अधिक है
बिहार में टीकाकरण की रफ्तार तेज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हर घर दस्तक अभियान से जुड़े सभी ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके लिए विभाग कोरोना की दूसरी खुराक से वंचित लोगों को चिन्हित कर उन्हें टीका लगाने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर एकल खुराक का टीकाकरण अभी 73 करोड़ से अधिक है। मालूम हो कि 12 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो दूसरी खुराक लेने टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंचे हैं। ऐसे ही लोगों को चिन्हित कर टीकाकरण का कार्य पूरा किया जाएगा।
आठ हजार टीमें की गयी है तैनात
जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पांच ऐसे जिलों को चिन्हित किया गया है जहां सबसे कम टीकाकरण किया गया है। इनमें जहानाबाद, मधुबनी, औरंगाबाद, अररिया, जमुई व बांका शामिल हैं। वहीं, प्रखंड स्तरीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र (पीएचसी) को भी छूटे हुए कोरोना टीके के लाभार्थियों की पहचान कर टीका देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी जिलों में टीकाकर्मियों की करीब आठ हजार टीमें तैनात की गयी है।