पूर्व मध्य रेल के गया जंक्शन का विकास जल्द ही एयरपोर्ट की तर्ज पर किया जाएगा और यहां विश्व स्तर की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बता दें कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इससे जुड़ी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस योजना पर इसी माह से पूरी रफ्तार में काम शुरू हो जाएगा।
20 सौ करोड़ की योजना पर हो रहा है काम
गया जंक्शन पर रेलवे ने विश्व स्तरीय एयरपोर्ट की तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए करीब 20 सौ करोड़ की योजना पर काम करने जा रहा है। योजना को 2024 तक पूरा कर लिया जाना है। गया जंक्शन को माडल स्टेशन में बदलकर बेहतर सुविधाएं देने के लिए पश्चिम साइड डेल्हा में बनने वाले सेकंड एंट्री गेट का निर्माण किया जाएगा। डेल्हा साइड में टिकट काउंटर, बुकिग कार्यालय, पार्किंग तथा कार्यालय आदि के निर्माण का भी होगा। जंक्शन का मुख्य प्रवेश द्वार बड़ा व आकर्षक बनाया जा रहा है। गया जंक्शन को जी-7 के तर्ज पर माडल भवन बनाया जा रहा है। अधिकांश कार्यालय यात्री सुविधाओं को भवन के पहले तल्ले पर स्थापित करने की योजना बनाई गई है। प्लेटफार्मों पर यात्री शेड का स्वरूप भी पूरी तरह से बदल दिया जाना है।
धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से है महत्वपूर्ण
मालूम हो कि महात्मा बुद्ध की ज्ञान भूमि व हिंदुओं की मोक्ष भूमि होने के कारण गया बौद्ध व हिंदु धार्मिक पर्यटकों का बड़ा केंद्र है। यहां देश-विदेश से लोग आते हैं। ऐसे में गया के रेलवे जंक्शन को विश्व स्तरीय बनाने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से गया के महत्व को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने गया जंक्शन के पुनर्विकास की योजना बनाई है। इसके तहत काम शुरू हो चुका है।