बिहार में एक बार फिर से बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटे में राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। जिसके बाद नदियों का जलस्तर फिर बढ़ सकता है। इससे पहले हुई बारिश के कारण प्रदेश की कई नदियां पहले से उफनाई हुई है। कुछ नदियां तो कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
जिसके कारण बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। गंगा, गंडक और कोसी नदी के पानी तो इंसानी बस्तियों में प्रवेश कर चूका है। ग्रामीण इलाकों में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर चूका है। कई गांव के लोग पलायन को मजबूर है।
गंगा, सोन, पुनपुन, कोसी, पुनपुन, बूढी गंडक, घाघरा, अधवारा और महानंदा नदियों के जलस्तर खतरें के निशान से ऊपर हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार मंगलवार को गंगा नदी बक्सर 35 सेंमी, पटना के दीघाघाट में 53 सेंमी, गांधी घाट में 112 सेंमी, हाथीदह में 102 सेंमी, भागलपुर में 44 सेंमी, कहलगांव में 79 सेंमी, साहेबगंज में 77 सेंमी खतरे के निशान से ऊपर वह रही थी। हालांकि मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे की निशान 22 सेंमी नीचे हो गया था।
बारिश होने की संभावना के साथ ही गंगा के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है। वहीं पटना में पुनपुन नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। श्रीपालपुर में पुनपुन का रौद्र रूप में दिख रही है। यहां पुनपुन नदी खतरे के निशान के 104 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।
जबकि बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में 124 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। उधर में कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 98 सेंमी, कटिहार के कुरसेला में कोसी 93 सेंमी और मुजफ्फरपुर के बेनीबाद बागमती नदी 46 सेंमी ऊपर बह रही है।