मतदाताओं के पंजीयन, विलोपन और सुधार का होगा कार्य
बिहार में 21 नवंबर को मतदान केंद्रों पर विशेष अभियान दिवस का आयोजन किया जा रहा है । इस दिन हर एक मतदान केंद्र पर बीएलओ उपस्थित रहेंगे और निर्धारित प्रपत्र में प्रपत्र प्राप्त कर मतदाताओं के पंजीयन, विलोपन और सुधार के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी । शुक्रवार को संभागायुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने संभाग के सभी अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और बीएलओ के जरिए 21 नवंबर के खास अभियान दिवस की जानकारी घर-घर जाकर देने के निर्देश दिए हैं ।
मतदाता सूची का प्रारूप 1 नवंबर को हुआ प्रकाशित
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची का प्रारूप 1 नवंबर को प्रकाशित किया गया है । मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर 30 नवंबर तक आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है । उन्होंने आगे बताया कि इसके लिए मतदाता सूची का विशेष अभियान जारी रहेगा ताकि कोई भी मतदाता ना छूट पाए । विशेष लघु पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत पात्रता तिथि 1 नवंबर 2022 के आधार पर मतदाता सूची में नाम जोड़ने, नाम हटाने, सुधार आदि का कार्य जारी है ।
30 नवंबर तक कि जाएगी आपत्ति दर्ज
इसी क्रम में आगे मतदाता सूची का मसौदा 1 नवंबर 2021 को प्रकाशित किया गया है और 30 नवंबर तक दावे और आपत्तियां दर्ज की जा सकती है । इस कार्य में सभी डीएम और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं । आयुक्त ने सभी निर्वाचक निबंधन अधिकारियों को मित्र मतदाताओं को चिन्हित कर नोटिस देकर नियमानुसार हटाने की कार्यवाही करने का भी निर्देश दिया है । इसके साथ ही निर्वाचन ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मतदान का नाम केवल एक ही स्थान पर हो और मतदाता सूची में मतदाता की दोहरी प्रविष्टि ना हो । आयुक्त ने इस कार्य को सुनिश्चित करने के लिए सभी अधिकारियों को नोटिस दिया है और चिन्हित किया है और नाम को एक थान से हटाने का निर्देश भी दिया है ।
महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ाने पर ज़ोर
आपको बता दें कि आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए हैं कि महिला मतदाताओं की संख्या बढ़े और लिंगानुपात पर ध्यान दें । इस अभियान को तेजी से चलाने के लिए आयुक्त ने सभी निर्वाचक निबंधन अधिकारियों को अपने स्तर पर बीएलओ के साथ बैठकर ब्रीफिंग कर प्रभावी गति प्रदान करने को कहा है ।
आयुक्त ने लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सुझाव
आयुक्त ने मतदाता सूची के खास संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को 30 नवंबर तक दावा आपत्ति दर्ज कराने और 21 नवंबर को विशेष अभियान दिवस आयोजित करने की जानकारी दी है । इसके साथ ही प्रतिनिधियों से आवश्यक सुझाव व फीडबैक भी लिया है ताकि इस अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा सके ।