अगर आप भी करना चाहते हैं मुंगेर के मनमोहक धरोहरों की यात्रा तो हो जाइए तैयार क्योंकि बिहार में बनकर तैयार है राज्य की दूसरी रेल सुरंग। जी हां, जमालपुर-बरियारपुर स्टेशन के बीच बनकर तैयार राज्य की दूसरी रेल सुरंग से सफर के दौरान रेल यात्री मुंगेर के धरोहरों से रूबरू होंगे।
नई सुरंग में ऐतिहासिक धरोहरों को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा
मुंगेर किला, सीताकुंड, भीमबांध, खड़गपुर झील, चंडिका स्थान और ऋषिकुंड को ट्रेन से ही देख सकेंगे। नई रेल सुरंग में इन ऐतिहासिक धरोहरों को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा जाएगा। रेलवे ने पेंटिंग की जिम्मेदारी कोलकाता की एक टीम को दी है। टीम ने काम भी करना शुरू कर दिया है। अभी नई सुरंग में वाल पुट्टी के बाद रंग-रोगन होगा।
सुरंग के अंदर लाइटिंग की व्यवस्था होगी। दो दर्जन से ज्यादा छोटी-बड़ी लाइट लगेगी।
नई तकनीक का किया गया इस्तेमाल
नई रेल सुरंग का निर्माण अंग्रेजों के बनाए पुराने रेल सुरंग से काफी अलग है और इसमें आस्ट्रेलिया की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। कोरोना की वजह से भले ही सुरंग का निर्माण में विलंब हुआ, पर अब नई सुरंग पूरी तरह बनकर तैयार है। अब बस सीआरए जांच का इंतजार है, जांच के बाद नई रेल सुरंग से ट्रेनें सरपट दौडऩे लगेंगी।