वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व (वीटीआर) में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार विकास कार्य तेजी से चल रहा है। इसी क्रम में अब वर्ष 1964 में बने वाच टावर की मरम्मत और रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है। वाच टावर के बन जाने से अब वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटक नेपाल के पहाड़ को देख सकेंगे।
वाच टावर की मरम्मत जारी
वीटीआर में भ्रमण में पर्यटकों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए आवगमन की भी व्यवस्था की जा रही है। पर्यटकों को वीटीआर के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने के लिए ई-रिक्शा और जंगल की सैर कराने के लिए बस सेवा की शुरूआत की गई है। बता दें कि वाल्मीकिनगर में वाच टावर का निर्माण वर्ष 1964 में गंडक बराज के एलाइनमेंट को देखने के लिए कराया गया था। लेकिन एक लंबे समय से इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। अब इसे जल्द ही पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।आनेवाले समय में यहां जल्द ही दो टेलीस्कोप भी लगाए जाएंगे।
बस और ई-रिक्शा के द्वारा कर सकते हैं भ्रमण
वीटीआर में छह ई-रिक्शा की मदद से जटाशंकर मंदिर, नरदेवी, काली मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया जा सकता है। बता दें कि इसका प्रति व्यक्ति किराया 50 रुपये है। इसके अलावा वाल्मीकिनगर व मंगुराहां के लिए टूरिस्ट बसों की सेवा शुरू की गई है। कोई भी पर्यटक महज 1200 रुपये के टूर पैकेज की आनलाइन बुकिंग कर 12 घंटे के पर्यटन यात्रा का आनंद ले सकता है। बता दें कि पर्यटकों के लिए पटना से मंगुराहां एवं वाल्मीकिनगर के लिए दो व तीन दिवसीय पर्यटन पैकेज इस वर्ष के पर्यटन सत्र से जारी किया गया है।