स्मार्ट बिजली मीटर हर घर में लगेंगे। वैसे उपभोक्ता जो मीटर लगाने का विरोध करेंगे उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। बिहार इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई बोर्ड में प्रावधान है कि उपभोक्ता द्वारा यदि बिजली के काम में बाधा पहुंचायी जाती है तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जा सकता है।बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। बिजली कंपनी को नए मीटर लगाने के लिए उपभोक्ताओं से सहमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी। कंपनी अपने अनुसार हर घर में स्मार्ट मीटर लगा सकती है। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
उठ रहे थे सवाल
स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर उपभोक्ताओं के बीच सवाल उठ रहे थे कि स्मार्ट मीटर लगाना अनिवार्य है या नहीं। इस बिंदु पर उपभोक्ताओं द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जवाब मांगा जा रहा था। इस आदेश के बाद यह स्पष्ट हो गया कि हर घर में अब स्मार्ट मीटर ही लगेंगे। स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे बिजली चोरी को रोकना और राजस्व घाटे से निजात पाना उद्देश्य है।
मार्च 2025 तक सबको स्मार्ट मीटर से लैस करने की योजना
बिजली कंपनी ने मार्च 2025 तक राज्यभर में उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से लैस करने का लक्ष्य रखा है। पटना में मार्च 2021 तक का लक्ष्य है। उसके तहत पटना में एक लाख 70 हजार मीटर लगाए गए हैं। राज्यभर में पटना को मिलाकर साढ़े तीन लाख मीटर लगे हैं। राज्यभर में एक करोड़ 70 लाख उपभोक्ता हैं।