कोरोना महामारी के कारण कई ट्रेनों के परिचालन को बंद कर दिया गया था। हालांकि कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद से फिर से पटरियों पर ट्रेनों की दौर शुरू होने लगी है। कई मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्री की सहूलियत को देखते हुए कहीं-कहीं तो पैसेंजर ट्रेन को भी चलाने की अनुमति दी गई है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यात्री रेल की यात्रा कर सकते है।
बताया जा रहा है कि 20 ट्रेनों का परिचालन भी जल्द शुरू होने जा रहा है। रांची रेल मंडल के से खुलने वाली कई ट्रेनें जल्द से जल्द अब रफ्तार भरने लगेगी। इन ट्रेनों में आठ पैसेंजर ट्रेन भी शामिल है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और कोरोना के स्थिर मामलों को देखते हुए इन ट्रेनों को संचालित किए जाने के बारे में जल्द फैसला लिया जा सकता है।
जिन ट्रेनों फिर से चलाने की बात कही जा रही है उनमें मेल एक्सप्रेस ट्रेन में धनबाद भुवनेश्वर एक्सप्रेस, रांची देवघर रांची इंटरसिटी स्पेशल, संतरागाछी -अजमेर- संतरागाछी वीकली एक्सप्रेस, टाटा- जम्मू तवी एक्सप्रेस, रांची टाटा रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस, रांची -भागलपुर एक्सप्रेस वाया क्यूल, रांची- बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस, रांची -चोपन एक्सप्रेस, हटिया- पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, रांची -हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस, रांची- अजमेर एक्सप्रेस, रांची- पटना एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है।
जबकि पैसेंजर ट्रेनों में टाटा -बरकाकाना एक्सप्रेस, हटिया खड़गपुर पैसेंजर, बोकारो स्टील सिटी रांची पैसेंजर ट्रेन, हटिया- सांकी पैसेंजर ट्रेन, हटिया साकी हटिया पैसेंजर ट्रेन, हटिया बर्द्धमान मेमू पैसेंजर , आद्रा बरकाकाना आद्रा मेमू पैसेंजर, हटिया झाड़सुगुड़ा पैसेंजर शामिल है।
ट्रेनों का परिचालन बंद होने की वजह से रेल की यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां उन्हें कम दूरी के लिए भी अधिक भाड़ा देना पड़ रहा है तो वहीं रेल जैसी आरामदायक सफर का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।
बसों या निजी वाहनों से यात्रा करने में अधिक खर्च आते हैं। इसलिए लोग रेल यात्रा की तरफ जाते हैं और लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए रेल यात्रा अपने आप में काफी सुलभ होती है। इसलिए लोग फिर से ट्रेनों को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। ताकि उन्हें कहीं जाने आने में परेशानियों का सामना ना करना पड़े और उनका किराया भी बच सकें।