Village boycotts voting due to lack of road
The polling for the seventh phase of elections in the country began at 7:00 am today. In the Ramgarh constituency of Buxar district in Bihar, the residents of Antadih village have refused to vote. They claim that since independence, no winning candidate has built a road or paid attention to the district administration in their village. This has led to the decision of boycotting the elections this time, despite having voted in previous elections.
No voter turnout in Antadih village
Antadih village has a total of 1008 voters, but not a single vote has been cast at booth number 166 in the village. The Presiding Officer Shiv Kumar Singh confirmed that all 1008 voters belong to Antadih village, but none of them have come to vote. The villagers are adamant that if there is no road, there will be no vote.
Residents demand road before voting
The villagers of Antadih, including Kiran Kumari, Shobha Devi, Somaru Bind, Santosh Kumar Yadav, and Changur Bind, have highlighted the lack of road in their village since independence. The incomplete road causes inconvenience to pregnant women and students. Despite promises from candidates and officials in the past, the road has not been constructed, leading to the decision of boycotting the elections until their demand is met.
Boycott for road construction
The residents have firmly decided that they will not vote until a road is constructed in their village. They stress that they do not want empty promises anymore and will only participate in elections after the road is built. The lack of road not only affects the daily lives of the villagers but also impacts the overall development of the area.
देश में आज सातवें चरण का मतदान सुबह 7:00 बजे से शुरू हो चुका है। कैमूर जिले के बक्सर संसदीय क्षेत्र के रामगढ़ विधानसभा के बूथ संख्या-166 पर आंटडीह गांव के ग्रामीणों ने वोट देने से मना कर दिया। ग्रामीणों ने कहा है कि देश आजाद हुआ है, तब से आज तक हम लो.जीतने वाले प्रत्याशी ने सड़क नहीं बनवाया और ना ही जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान दिया। इस कारण हम लोग पिछले चुनाव तक तो वोट डालते आ रहे हैं, लेकिन, इस बार वोट नहीं देने का एक साथ फैसला लिया गया है।ग्रामीणइससे आंटडीह गांव में कुल 1008 मतदाता है, एक भी वोट अभी तक बूथ नंबर 166 पर आंटडीह गांव का नहीं पड़ा है। रोड नहीं तो वोट नहीं लोग कह रहे हैं।लोगों को करना पड़ता है परेशानी का सामनाजोनल मजिस्ट्रेट सतीश कुमार ने बताया कि सूचना मिली है कि आंटडीह गांव के लोग वोट नहीं डाल रहे हैं। उनसे बातचीत हम लोग भी किए हैं। लेकिन, इस गांव के लोग रोड की मांग को लेकर अभी तक वोट नहीं किए हैं।महिला किरण कुमारी, शोभा देवी, सोमारू बिंद, संतोष कुमार यादव और छांगुर बिंद ने बताया कि आंटडीह गांव के लिए कोई भी रोड आजादी के बाद से अब तक नहीं बना है। आधी सड़क गांव से पहले और आधी सड़क गांव के अंदर बनी है। लेकिन, बीच में उसे जोड़ने के लिए सड़क नहीं बना है।हर बार हम लोग वोट करते थे। प्रत्याशी और पदाधिकारी भी आश्वासन देते थे कि रोड बन जाएगा। रोड नहीं बनने से गर्भवती महिला और पढ़ने जाने वालों को भी परेशानी होती है।उत्क्रमिल मध्य विद्यालय।शादी विवाह करने वाले लोग आते हैं, तो गालियां देकर जाते हैं। इसलिए, हम लोगों ने इस बार ठान लिया है कि रोड नहीं तो वोट नहीं। हम लोगों को बस भाषण नहीं चाहिए जब रोड बनेगा, उसके बाद से ही आगे चुनाव में मतदान करेंगे, नहीं तो नहीं करेंगे।