नीतीश सरकार ने अपने अधिकारियों को याद दिलाते हुए निर्देश दिया कि वर्ष 2013-14 में ग्रेटर पटना बनाने के लिए इससे जुड़ी योजनाएं तैयार हुईं थीं, इस पर तेजी से काम होना चाहिए। खबर के अनुसार पटना स्मार्ट सिटी और नगर विकास विभाग की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास समारोह के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने ग्रेटर पटना बनाने पर जोर दिया हैं। ताकि इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जा सकें।
प्रखंडों की 2600 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना का हिस्सा बनेगी
आपको बता दें की पटना के 7 प्रखंडों के 2600 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना का हिस्सा बनेगी। इसमें करीब 500 गांव लाभान्वित होंगे। ग्रेटर पटना में सबसे बड़ा हिस्सा मनेर का होगा। इस प्रखंड की 480 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना के हिस्से में जाएगी। वहीं बिहटा प्रखंड की 477 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना का हिस्सा होगी। जबकि नौबतपुर की 430 एकड़, बिक्रम की 362 एकड़, दानापुर की 360 एकड़, फुलवारीशरीफ की 291 एकड़ तथा संपतचक की 198 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना में शामिल होगी।
अधिकारियों की रही लापरवाही
लेकिन इन सबके बीच मसला यह है कि यह योजना साल 2013-14 में ही बनाई गई थी लेकिन सरकार और अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सभी तैयारियां बंद बस्ते में चली जाती हैं। अब देखना यह है कि इस परियोजना पर फिर से काम कब शुरू होता है।