राजधानी में 4 मई से शराब की दुकानें खोलने की कवायद तेज हो गई है। कंटेनमेंट (सील) जोन के बाहर की शराब की दुकानें खोली जाएंगी। दुकानें खोलने की दिल्ली सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने दिल्ली में शराब की दुकान संचालित करने वाले चारों निगमों से दुकानों की सूची मांगी है। इसका आधार केंद्रीय गृह मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आदेश है, जिसकी शर्त के अनुसार रेड जोन घोषित जिले के सील जोन को छोड़कर बाकी इलाके में आवश्यक वस्तुओं की दुकानों के छूट को लेकर राज्य व केंद्रशासित सरकारें निर्णय ले सकती हैं।
बंद रहेंगे शॉपिंग मॉल
हालांकि सभी मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मार्केट बंद ही रहेंगे। बता दें सरकार को राजस्व का बड़ा हिस्सा करीब 5 हजार करोड़ रुपये शराब की ब्रिकी से मिलता है, लॉकडाउन लागू होने के बाद शराब की ब्रिकी पर रोक से सरकार को राजस्व भी नहीं मिल पा रहा है।
राजस्व का हो रहा नुकसान
वहीं, दूसरी तरफ से अवैध तरीके से शराब बिकने के लगातार मामले सामने आ रहे है। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। वहीं, सरकार पहले ही कह चुकी है कि लॉकडाउन के चलते उसको राजस्व नहीं मिलने से उसके पास सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए दो माह का ही पैसा बचा है।
सभी तरह के खर्च पर लगी रोक
सरकार ने वेतन मेडिकल बिल और कारों के खर्च के अलावा सभी खर्चों पर रोक लगा दी है।अब गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को दो सप्ताह बढ़ाकर 17 तक कर दिया है। ऐसे में सरकार अब कुछ इलाकों में शराब की दुकानों को छूट देने की तैयारी कर रही है।
इन इलाकों में खुल सकती है शराब दुकान
जानकारी के अनुसार सरकार 10 इलाको में शराब की दुकानों को छूट देने की योजना बना रही है। जिनको सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही खोलने की अनुमति पर विचार हो रहा है। इसमें नांगलोई, पश्चिम विहार, कृष्णा नगर, लक्ष्मी नगर, पंजाबी बाग, कीर्ति नगर, मयूर विहार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके शामिल हैं। इसे लेकर शनिवार को आबकारी विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने से लेकर सभी पहलुओं पर बात हुई। आबकारी विभाग ने इस बारे में एक प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेज दिया है। अब दिल्ली सरकार को फैसला लेना है कि कितनी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए।