आम जनता का हेलमेट ना पहनने पर चालान कटना आम बात है। प्रशासन हमेशा नागरिको को सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने की सलाह और उसके लिए जागरूक करते रहती है। पर, क्या हो जब प्रशासन खुद अपनी कही बात का अनुपालन ना करे! अभी कुछ दिनों पहले हाल ही में दिल्ली पुलिस का एक जवान जब बिना हेलमेट पहने सड़क पर निकला तो लोगों ने उसकी फोटो खींच कर ट्वीट कर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस से कंप्लेन कर दी। जिसके बाद दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और ट्वीट करते हुए करवाई का आश्वासन दिया।
अब आज फिर ऐसी ही एक तस्वीर देखने को मिली।
दिल्ली सिविल डिफेंस जिनका काम नागरिक सुरक्षा में योगदान देना हैं, खुद की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है।
आज फिर एक बार निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन के पास बिना हेलमेट जा रही cdv कर्मी की एक तस्वीर सामने आई है। इससे दिल्ली पुलिस पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है कि यह सिलसिला आखिर कब तक चलता रहेगा। क्या देश का कानून आम जनता के लिए अलग और पुलिस वालों के लिए अलग है।
मालूम हो कि देशभर में मोटर वाहन संशोधन अधिनियम 2019, 1 सिंतबर 2019 से लागू है। इस अधिनियम के लागू होने के बाद देशभर में ट्रैफिक नियमों में बदलाव के साथ-साथ बहुत कराई भी की गई है। जिसके बाद से हेलमेट नहीं पहनने पर 1000 रुपये चालान काटने और तीन महीने लाइसेंस जब्त करने का प्रावधान है।