कोरोनावायरस और इसके चलते हुए लॉकडाउन के कारण पूरा देश प्रभावित हुआ है. कोरोना के असर को रोकने के लिए देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया था, जो अब चौथे चरण में पहुंच चुका है. करीब 2 महीने तक सार्वजनिक परिवहन पर रोक के बाद अब धीरे धीरे इन्हें फिर से शुरू किया जा रहा है. इस दिशा में दिल्ली मेट्रो ने भी आने वाले दिनों में अपनी ट्रेनों में यात्रा में आने वाले बदलाव की एक झलक पेश की.
22 मार्च को हुए देशव्यापी ‘जनता कर्फ्यू’ के साथ ही दिल्ली मेट्रो ने भी अपनी सेवाओं में रोक दिया था, जो लॉकडाउन के हर चरण के साथ जारी रही. फिलहाल लॉकडाउन का चौथा चरण जारी है, लेकिन मेट्रो सेवाओं को शुरू करने की अभी तक कोई तारीख सरकार ने तय नहीं की है.
सोशल डिस्टैंसिंग के पालन के लिए सीटों पर स्टिकर
शनिवार को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि कैसे 2020 ने मेट्रो ट्रेन में यात्रा के तरीके को बदल दिया है. इस ट्वीट में 2 फोटो पोस्ट की गई थी, जिसके जरिए अंतर समझाने की कोशिश की गई थी.
पहली तस्वीर मेट्रो में सामान्य दिनों में यात्रा की है, जिसमें सभी लोग सीट पर बैठे हुए हैं, जबकि दूसरी फोटो में एक मेट्रो कर्मचारी खाली पड़ी ट्रेन की सीटों पर स्टिकर लगा रहा है. ये स्टिकर हर एक सीट छोड़कर लगाए गए हैं और लोगों को बताने के लिए इसमें लिखा है- “यहां न बैठें.”
ये स्टिकर आने वाले दिनों में यात्रा के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग के पालन की ओर भी इशारा कर रहे हैं.
चौथे चरण में ऑटो, बस, टैक्सी को इजाजत
हालांकि मेट्रो सेवाएं शुरू होने के बाद उनमें यात्रा को लेकर क्या नियम होंगे ये साफ नहीं है लेकिन अभी तक शुरू हुई तमाम सेवाओं को ध्यान में रखते हुए ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि मेट्रो में भी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना जरूरी होगा.
लॉकडाउन का मौजूदा चरण 31 मई तक जारी रहेगा और तब तक दिल्ली मेट्रो की सेवाएं भी लॉक ही रहेंगी. हालांकि इस चरण में दिल्ली सरकार ने ऑटो, टैक्सी, बस और रिक्शा को चलने की इजाजत दी थी. हालांकि इनमें भी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने के लिए यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है.
दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क देश में किसी भी मेट्रो ट्रेन के मुकाबले सबसे बड़ा है. डीएमआरसी हर दिन अपने 250 किलोमीटर से ज्यादा लंबे रेल नेटवर्क पर ट्रेन के सैकड़ों फेरे लगाती है. इनमें हर रोज लाखों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं.