अलवर के शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर किसान आंदोलन तेज हो गया है। आंदोलनकारियों की बढ़ती संख्या और किसानों के दिल्ली कूच की आशंका को देखते हुए शुक्रवार दोपहर 2 बजे हरियाणा पुलिस ने जयपुर-दिल्ली हाइवे की दूसरी लेन को भी बंद कर दिया।
शाहजहांपुर बॉर्डर पर 12 दिसंबर से हाइवे पर किसान डटे हुए हैं। लेकिन, अभी तक जयपुर से दिल्ली जाने वाली लेन ही बंद थी। शुक्रवार दोपहर को हाईवे की दिल्ली-जयपुर वाली लेन पर भी हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया। वाहनों को बावल की तरफ से डायवर्ट कर दिया। ऐसे में बॉर्डर पर हाइवे की दोनों लेन बंद हो गई।
सड़क के दोनों तरफ दो से तीन किलोमीटर तक की लम्बी कतार लगी हुई है, वैसे 13 दिन पहले किसानों ने जयपुर से दिल्ली जाने वाली फॉर लेन प्को रटंत लगा दिए थे जिसके चलते यह बंद ही है लेकिन दिल्ली से जयपुर आने का रास्ता खुला हुआ था अब हरियाणा पुलिस के इस कदम से जाम लगने के बाद पुलिस ने यातायात को बहरोड़ और पावटा से डायवर्ट किया है।
चौकाने वाली बात यह है की प्रदशनकारी किसानों ने यह हाई वे बंद नहीं किया है, बल्कि हरियाणा पुलिस ने ही बेरीकेट्स लगाकर हाई वे को बंद कर दिया।
ताकि किसान हरियाणा के रास्ते होते हुए दिल्ली तक ना पहुंच सके, शाहजहांपुर बॉर्डर से लेकर हरियाणा की तरफ करीब 1500 से अधिक पुलिस और सशस्त्र बल के जवान लगे हैं। ताकि किसान यहां से आगे नहीं जा सकें।
वैसे NDA में शामिल RLP से नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल भी कृषि कानून के खिलाफ मुखर हो गए हैं और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ शनिवार को दिल्ली कूच करने का एलान किया है, ऐसे में हरियाणा अपोलिस ने हाई वे पर अपने बोर्डर के शुरू होते ही सुरक्षा व्यवस्था को और भी बढ़ा दिया है।