पूर्वी जिले की स्पेशल स्टाफ ने बीमा पॉलिसी पर बोनस दिलाने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने पांडव नगर में रहने वाले बुजुर्ग से भी 1.13 करोड़ रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
इनकी पहचान पश्चिम विहार निवासी कपिल गुप्ता, किराड़ी निवासी प्रदीप कुमार, गुरुग्राम निवासी राजपाल के रूप में हुई है। इनके कब्जे से ठगी के रुपयों से खरीदी कार और उपयोग किए गए मोबाइल बरामद किए गए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि गिरोह अब तक 500 से ज्यादा लोगों को ठग चुका है।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त जसमीत सिंह ने बताया कि पांडव नगर में सेवानिवृत्त आरआरपी कुशवाहा रहते हैं। उन्होंने गत 21 अगस्त को 1.31 करोड़ रुपये ठगी की शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि उनकी करीब 16 लाख रुपये की एसबीआइ जीवन बीमा की पॉलिसी है। जुलाई 2014 में उनके मोबाइल पर एक युवक का कॉल आया था। उसने खुद को आर्केड इंश्योरेंस नामक कंपनी का प्रतिनिधि बताकर बात की थी। बीमा पॉलिसी पर छह लाख रुपये से ज्यादा का बोनस देने की स्कीम भी बताई थी। उपायुक्त ने बताया कि कॉल करने वाले शख्स के पास बुजुर्ग की पॉलिसी का पूर्ण ब्योरा था।
जिससे उनको उस पर विश्वास हो गया। उसने बोनस दिलाने से पहले कुछ रुपये एक बैंक खाते में जमा कराने की बात कही। जिस पर बुजुर्ग ने खाते में रकम जमा करा दी। बुजुर्ग ने शिकायत में बताया कि वह छह साल में 24 बैंक खातों में 1.31 करोड़ रुपये जमा करा चुके हैं। पीड़ित ने पहले पांडव नगर में मामला दर्ज कराया था। इसकी जांच के लिए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी की देखरेख में एसआइ सुदेश राणा, एएसआइ शैलेश, नीरज, अमित आदि की टीम गठित की गई। टीम ने 24 बैंक खातों का ब्योरा निकाला। जिन मोबाइल नंबरों से फोन किए गए थे, उनका रिकॉर्ड निकाला गया। इसके आधार पर तीनों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया।