तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के बुधवार को दिल्ली कूच के आह्वान को ध्यान में रखकर फरीदाबाद ज़िलाधीश यशपाल यादव ने धारा 144 लागू कर दी है। बदरपुर बॉर्डर सहित दिल्ली से आने-जाने वाले सभी मार्गों पर पुलिस तैनात कर दी गई है। इतना ही नहीं बुधवार सुबह से ही लोगों को पूछताछ के बाद ही दिल्ली में प्रवेश करने दिया जा रहा है। ख़ासकर समूह में जाने वालों को रोका जा रहा है। ज़िलाधीश ने कहा है कि एक साथ चार या इससे अधिक लोगों के दिल्ली की तरफ़ जाने पर मनाही है।
दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर फिलहाल सील नहीं
किसान आंदोलन के मद्देनजर फिलहाल दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर को सील नहीं किया गया। अभी वाहनों को आवागमन जारी है, ताकि लोगों को परेशानी न हो। बताया जा रहा है कि किसान दिल्ली जाने के लिए सुबह जल्दी नहीं, बल्कि दोपहर तक बॉर्डर पर पहुंचने की संभावना है। बॉर्डर पर पुलिस ने हर स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। बेरिकेट्स से लेकर वाटर कैन की व्यवस्था की है। दंगा रोधी वाहन और रैपिड ऐक्शन फ़ोर्स भी तैनात की गई है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में बृहस्पतिवार को पंजाब के किसान दिल्ली आ रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन उगराहां पहले ही एलान कर चुके हैं कि पंजाब के किसान हर हाल में 26 नवंबर को दिल्ली के लिए कूच करेंगे, जहां पर केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि किसान अपने साथ जनरेटर, गैस सिलेंडर, बिस्तर और खाने के लिए लंगर की पूरी व्यवस्था साथ लेकर चलेंगे, जिससे अगर कहीं रोका गया तो वे वही पर ठहर जाएंगे।
इस बीच हरियाणा के किसान भी समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि 26-27 नवंबर को होने वाले दिल्ली कूच के किसानों के कार्यक्रम को समर्थन दिया जाएगा।