सुबह 10 से शाम 5 बजे तक कर सकते हैं भ्रमण
टावर ऑफ़ लंदन से कुछ कुछ मिलते जुलते और लालकिला के पीछे स्तिथ सलीमगढ़ के किले के बारे में कौन नहीं जानता होगा। इसे 1546 ईस्वीं में शेरशाह सूरी के वंशज सलीम साह ने बनवाया था। इस किले में जाने का रास्ता लालकिले के अंदर से जाता है। लालकिले से होकर छत्ता बाजार चौक जाकर, बाईं ओर संग्रहालय की तरफ मुड़कर जानेवाला रास्ता ही सलीमगढ़ किले की तरफ जाता है।
सलीमगढ़ किला को संरक्षण की है जरूरत
बता दें कि इसका निर्माण लालकिला से पहले हुआ था। हालांकि अभी यहां सिर्फ मस्जिद के अवशेष ही बचें हैं लेकिन बताया जाता है कि इसके दोनों ओर यमुना बहा करती थी। मुग़ल और अंग्रेज इसे कैदखाने के रूप में इस्तेमाल किया करते थें। अंग्रेज यहाँ स्वतंत्रता सेनानियों को तरह तरह की यातनाएं देकर मार दिया करते थें।
औरंगजेब ने अपनी बेटी को किया था यहां कैद, तड़पतड़प गयी थी उसकी जान
ऐसा कहा जाता है कि यहां इंडियन नेशनल आर्मी के तीन सिपाही कर्नल जी एस ढिल्लन, कर्नल प्रेम सहगल और मेजर जनरल एस ऐन खान को भी रखा गया था। ऐसा कहा जाता है कि औरंगजेब ने अपनी बेटी को यहां कैद कर रखा था और भूख प्यास से तड़पकर लगभग 22 दिनों बाद उसकी मृत्यु हो गयी थी। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है और न ही ऐसा कोई मामला सामने आया है पर लोग कहते हैं कि यहाँ प्रताड़ित किये गए कैदियों की आत्माएं भटकती हैं। इस कारण इसे भूतहा किला भी कहते हैं।