देश की राजधानी दिल्ली में रेस्टोरेंट और क्लबों में जल्द ही सुबह 3 बजे तक शराब परोसने की मंजूरी दी जा सकती है। दिल्ली सरकार के पैनल ने इस तरह के कई उपायों पर सुझाव दिए हैं। पैनल ने ये भी सिफारिश की है कि सरकारी निगम (government corporation) के अलावा अन्य रिटेल शराब लाइसेंसों को हर दो साल में एक बार लॉटरी सिस्टम के जरिए बांटा जाएगा। यह कदम शहर में नई प्राइवेट शराब की दुकानों के लिए नियमों को लचीला बनाएगा।
सितंबर महीने में राज्य के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) द्वारा स्थापित पैनल ने राष्ट्रीय राजधानी में शराब पीने वाले की उम्र को 25 से कम करके 21 करने का सुझाव दिया था। सिसोदिया ने एक्साइज रेवेन्यू (excise revenue) और शराब के दाम निर्धारण को आसान बनाने उपायों के साथ-साथ होटल और रेस्टोरेंट्स इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के उपायों की सिफारिश करने के लिए आबकारी आयुक्त की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था। आबकारी लाइसेंस वाले रेस्टोरेंट और क्लब मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजधानी में रात 1 बजे तक शराब परोस सकते हैं। लेकिन मौजूदा समय में मोटी फीस के साथ होटलों को 24×7 एक्साइज लाइसेंस दिया जाता है।
आधिकारिक सूत्रों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि रेस्टोरेंट और क्लबों को सुबह 3 बजे तक सर्व करने की करने अनुमति दी जानी चाहिए। इससे सरकार के उत्पाद शुल्क में भी बढ़ोतरी होगी। दिल्ली सरकार का कानून विभाग इस रिपोर्ट की जांच कर रहा है। सिफारिशों के मुताबिक, पड़ोसी राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब के साथ ड्राय डेज की संख्या घटाकर 3 की जानी चाहिए।
इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में 272 नगरपालिका वार्डों (municipal wards) में से प्रत्येक में तीन शराब वेंडर्स (liquor venders) होने चाहिए। जिनमें कुल 816 वेंड्स हैं। इसके अलावा 70 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में एक देशी शराब का वेंड है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Aiport) पर 6 शराब की दुकानें खोलना चाहिए।