असम के एक छोटे से गाँव से लेकर ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रमंडल खेलों तक, स्प्रिंटर हिमा दास ने सबको प्रेरित किया है। 19 वर्षीय हिमा, IAAF वर्ल्ड U20 चैंपियनशिप के एक ट्रैक इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली और एकमात्र भारतीय एथलीट हैं। यही नहीं हिमा दास ने 400 मीटर में 50.79 सेकंड के समय के साथ नया भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जो उन्होंने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों, इंडोनेशिया में बनाया था। 2019 में, हिमा ने केवल 20 दिनों में लगातार 5 अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीतकर एक और नया रिकॉर्ड बनाया था।
हिमा दास का जन्म असम के नागांव जिले के कंधुलिमारी गाँव में एक गरीब परिवार में 9 जनवरी को हुआ था। उनके माता-पिता, रनजीत और जोनाली दास स्वदेशी कैबार्ता समुदाय के हैं। वे परिवार के भरण-पोषण के लिए खेती करते हैं.
हिमा ने अपनी स्कूली पढ़ाई ढींग पब्लिक हाई स्कूल में की जहां दास को फुटबॉल खेलने का शौक था, ऐसा खेल जप वह लड़को के साथ खेलती थी। हालांकि वह फुटबॉल खेलना जारी रखना चाहती थी, लेकिन हेमा को सलाह दी गई कि वह अपनी पसंद को बदल कर स्प्रिंटिंग चुनें।
एक प्रोफ़ेशनल रनिंग ट्रैक की अनुपलब्धता के कारण, दास एक मैले फुटबॉल मैदान पर अभ्यास करती थी। हालांकि, उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं और उपकरणों की कमी के बावजूद, उन्होंने स्टेट मीट में ब्रॉन्ज़ पदक हासिल किया। उस के बाद, वह जूनियर नेशनल्स में 100 मीटर के फाइनल में पहुंची।
फिर दास ने एशियन यूथ चैंपियनशिप, बैंकॉक में महिलाओं की 200 मीटर रेस के लिए क्वालीफाई किया। वह टूर्नामेंट में सातवें स्थान पर रही। 24.52 सेकंड का समय उन्हें नैरोबी में आयोजित होने वाली वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप के लिए योग्य था। वहां दास अंततः 24.31 सेकंड के ओवरऑल समय के साथ पांचवें स्थान पर रही।
2018 में एशियाई खेलों में, दास ने 4 × 400 मीटर मिश्रित रिले में सिल्वर पदक जीता। जुलाई, 2018 में, दास ने विश्व U-20 चैंपियनशिप 2018 में फिनलैंड के टाम्परे में 51.46 सेकंड के समय से 400 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीता ।
उन्होंने अप्रैल 2018 में गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ खेलों में 400 मीटर के फाइनल में छठे स्थान पर रहकर 51.32 सेकंड का भारतीय U20 रिकॉर्ड बनाया।
हाल ही में स्प्रिंटर हिमा दास को असम पुलिस के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के रूप में नियुक्त किया गया। हिमा ने इस क्षण को अपने बचपन के सपने के सच होने के रूप में बताया।