अक्सर हम सुनते हैं कि अगर कोई डाइबिटिज का मरीज है तो उसे डॉक्टर चावल खाने से मना कर देते हैं, क्योंक उसमें शुगर होता है. लेकिन बिहार में एक ऐसा अनोखा चावल है जो शुगर फ्री भी है और यह ठंडे पानी में भी पककर तैयार हो जाता है. जी हां, बिहार के बगहा में इस चावल की खेती की जा रही है. जी हां, इसके पीछे एक किसान हैं विजय गिरी.
खबर के मुताबिक, वैसे तो इस खास चावल की खेती फिलहाल असम के ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर माजुला द्वीप में की जाती है. लेकिन, बगहा के इस किसान ने इसकी शुरुआत अपने गांव सोहसा में कर दी.
इस पहल के पीछे किसान विजय गिरी का एक अनुभव है. दरअसल, वह बीते साल पश्चिम बंगाल के कृषि मेला में गए थे, जहां उन्होंने इस खास चावल की खेती के बारे में जाना. इससे प्रभावित होकर उन्होंने भी इस चावल के लिए खेती करने की ठान ली. प्रयोग के तौर पर उन्होंने इसकी शुरुआत शुरू में सिर्फ एक एकड़ जमीन से की. इनका प्रयोग सफल रहा और इस मैजिक धान ने अपना जादू दिखाया और जबरस्त पैदावार हो गई. पैदावार इतनी अच्छी रही कि किसान को इसमें कोई उर्वरक भी देने की जरूरत नहीं पड़ी.
इसे उबाल कर पकाने की जरूरत नहीं
एक रोचक बात यह भी है कि इस खास चावल को आप ठंडे पानी में पका सकते हैं. इसके लिए इसे सामान्य पानी में करीब 45 से 60 मिनट रखा जाता है और यह तैयार हो जाता है. इसे उबालकर पकाने की कोई जरूरत नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, khet2haat की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस चावल की खेती में लागत बहुत कम है. इसके धान की पैदावार में 150 से 160 दिन के करीब समय लगता है. बात इस चावल की कीमत की करें तो मार्केट में इसे 40 से 60 रुपये प्रति किलो बेचा जाता है.
शुगर फ्री है चावल
यह मैजिक चावल शुगर फ्री होता है. सामान्य चावल के मुकाबले इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन भी ज्यादा होती है. बगहा के किसान गिरी इस चावल के प्रचार-प्रसार में भी लगे हैं. इस चावल के लिए कहा जा रहा है कि पैदावार जितनी ज्यादा होगी, किसानों को उतना ही फायदा मिलेगा. उनकी कमाई बढ़ेगी.