भारत के कुछ ही किलीमीटर की दुरो पर स्थित देश अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार सुबह एक के बाद एक दो बम धमाके हुए। इनमें 29 लोगों की मौत हो गई। 45 से ज्यादा जख्मी हैं। इनमें कई की हालत नाजुक है। मृतकों में 7 पत्रकार और कैमरामैन शामिल हैं।

तोलो न्यूज के मुताबिक, मारे गए लोगों में ज्यादातर मीडियाकर्मी हैं। बता दें कि पिछले हफ्ते भी यहां वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर पर आतंकी हमला किया गया था, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी।

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भारतीय समयानुसार करीब 9 बजे शाश दरक इलाके में नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी (एनडीएस) के ऑफिस के पास हुए। पुलिस के मुताबिक, ये फिदायीन हमले थे। इसका मीडिया कवरेज हो रहा था, तभी दूसरा धमाका हुआ। मृतकों में ज्यादातर मीडियाकर्मी और एनडीएस के कर्मचारी हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावर मीडियाकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को ही निशाना बनाना चाहते थे। यही वजह है कि पहले धमाके कुछ देर बाद दूसरा धमाका किया गया।

– अफगानिस्तान में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इसके विरोध में आतंकी आम लोगों और अफसरों को निशाना बना रहे हैं। 20 अप्रैल को भी आतंकियों ने बादघिस में वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर पर रॉकेट से हमला किया था। इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी।

संयुक्त अभियान में मारे गए 35 आतंकी
– अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत में अमेरिकी और अफगान फौजों के संयुक्त अभियान में 35 आतंकी मारे गए। खामा प्रेस के मुताबिक, वालिद-5 ऑपरेशन के तहत अमेरिकी सेना ने तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसमें अफगान फौज ने भी उनकी मदद की।
– चहार बोलाक जिले में ऑपरेशन चलाया गया था। आतंकियों ने अरजंकर नाम के गांव को निशाना बनाया था। सुरक्षा बलों को गांव में आतंकियों के होने की सूचना मिली थी। एक हफ्ते पहले चहार बोलाक जिले में तालिबान ठिकानों पर हमला किया गया था।

27 जनवरी को 130लोग मारे गए थे। इस साल 27 जनवरी को काबुल में एम्बेसी वाले इलाके में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 130 लोगों की मौत हो गई थी।
फरवरी को सेना के कैम्प पर हुए थे चार हमले
– 24 फरवरी को यहां सेना के चार कैम्प पर 24 घंटे में 4 हमले हुए थे। इनमें 20 जवानों की मौत हो गई थी।
इनपुट:DBC
 

 
												 
												 
												 
												 
												 
												