रविवार की दोपहर बेऊर जेल पहुंचने के बाद अनंत सिंह पस्त दिखे। जेल अधीक्षक जवाहर लाल प्रभाकर उन्हें डिवीजनल वार्ड में ले गये। वर्ष 2015 में भी गिरफ्तारी के बाद विधायक को यहीं रखा गया था। सूत्रों की मानें तो उन्होंने दोपहर के वक्त जेल में बना चावल, दाल और रोटी खाया। विधायक को भूख लगी थी लिहाजा वहां पहुंचने के तुरंत बाद ही उन्होंने खाना मांगा। जेल से छनकर आयी खबरों के मुताबिक, खाना खाने के बाद विधायक ने कपड़ा बदला और सो गये। शाम में भी उन्हें जेल का बना खाना ही खाना पड़ा। भिंडी की सब्जी और रोटी विधायक को परोसी गयी।
अनंत सिंह के जेल पहुंचने के बाद यहां उनकी सेहत की जांच की गई। विधायक स्वस्थ मिले। इसके बाद बेऊर जेल अधीक्षक उन्हें जेल के भीतर ले गये। एसी कमरे में आराम फरमाने वाले अनंत सिंह बेऊर जेल में पूरी रात नहीं सोये। वे यहां करवटें बदल रहे। मच्छरों ने पूरी रात उन्हें परेशान किया। विधायक ने रात में मच्छर भगाने की टिकिया मांगी, लेकिन उपलब्ध नहीं हो सकी।अनंत सिंह विधायक हैं, लिहाजा उन्हें डिवीजनल वार्ड दिया गया है। यहां उन्हें एक चौकी, पंखा और चादर की सुविधा मिलेगी। अलग से एक बाथरूम होगा।
एसआईटी सोमवार को अनंत सिंह को रिमांड पर लेने की अर्जी देगी। ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्र ने बताया कि रिमांड मिलने के बाद विधायक से एके 47 और दो ग्रेनेड की बरामदगी को लेकर पुलिस सवाल दागेगी। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस एक हफ्ते की रिमांड देने की अर्जी कोर्ट में दे सकती है। रिमांड के दौरान सवाल पूछने के लिए विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें ग्रामीण एसपी के अलावा दो एडिशनल एसपी रैंक के अफसर रहेंगे। जेल जाने से विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुराने केस की फाइलें पुलिस खोलेगी। इसके अलावा अनंत सिंह की अवैध संपत्ति की जांच भी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है। विधायक की नामी-बेनामी संपत्ति का पता लगा लिया गया है। उनकी पत्नी के नाम की संपत्ति को लेकर भी छानबीन चल रही है।