आखिरकार सस्पेंस खत्म हुआ और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक में बघेल के नाम पर मुहर लगी है। कहा जा रहा है कि सोमवार को बघेल मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले सकते हैं। चार प्रमुख नेताओं- भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत के नाम पर मंथन के बाद कांग्रेस हाईकमान ने बघेल के नाम पर मुहर लगाई।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी का भेजा गया लिफाफा खोला और भूपेश बघेल का ऐलान किया। इस दौरान वहां मंच पर पीएल पुनिया, टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत भी मौजूद थे। इसके साथ बैठक में सभी विधायक थे। मुख्यमंत्री का सुरक्षा दस्ता छत्तीसगढ़ पीसीसी दफ्तर पहुंच गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के समर्थकों के बीच टकराव की खबर भी सामने आई है। रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय पर दोनों पक्षों ने जमकर नारेबाजी की है। यहां तक की कार्यालय का गेट भी तोड़ दिया है। नाराज समर्थकों ने पुलिस के साथ भी झड़प की है।
11 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में बहुमत के साथ चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को सीएम चुनने में 5 दिन लग गए। इस दौरान दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के घर सीएम के प्रमुख चार दावेदारों भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत की लगातार बैठक होती रही, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
भूपेश बघेल…प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। 23 अगस्त, 1961 को जन्मे बघेल कुर्मी जाति से आते हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण स्थान है। वह छत्तीसगढ़ में कुर्मी समाज के साल1996 से वर्तमान तक संरक्षक बने हुए हैं। 1999 में मध्य प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री रहे हैं।
अक्टूबर 2017 में कथित सीडी कांड में भूपेश के खिलाफ रायपुर में एफआईआर हुई और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल जाना पड़ा। अक्टूबर में ही भूपेश बघेल नए विवाद में पड़ गए थे। एक सभा के दौरान भाजपा पर निशाना साधते वक्त उनके मुंह से लड़कियों के लिए आपत्तिजनक शब्द निकल गए थे। इससे सभा में उपस्थित महिलाएं बीच कार्यक्रम में ही उठकर चली गईं थीं।