बिहार में होने वाले विधान परिषद चुनाव से पहले जदयू ने अपने ही चार वरिष्ठ नेताओं को तगड़ा झटका दिया है. जदयू से इन सबका एमएलसी का टिकट काट लिया गया है. वो जदयू के कद्दावर नेताओं में से एक हैं इसलिए शायद उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं होगी. सभी मौजूदा समय में एमएलसी भी है. साथ ही पार्टी के बड़े चेहरे माने जाते हैं लेकिन फिर भी इनका पत्ता इस बार साफ कर दिया गया.
बता दें कि जिन नेताओं का टिकट काटकर झटका दिया गया है उनमें मौजूदा एमएलसी संजय सिंह, चंदेश्वर चंद्रवंशी, उपेंद्र प्रसाद, राजकिशोर कुशवाहा है. बता दें कि यह खबर है कि जदयू में MLC की टिकट को लेकर मारामारी चल रही है. टिकट मांगने वाले ने को नीतीश कुमार ने यह कहा कि मैं खुद प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से टिकट मांगी है. मैं आपको कैसे टिकट दिला सकता हूँ.
मालूम हो कि एमएलसी चुनाव लिए नामांकन भरने का सोमवार को आखिरी दिन है. ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी समेत सभी 11 उम्मीदवारों को जीतना तय है. सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी रहेगी. जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा रामेश्वर महतो और खालिद अनवर को प्रत्याशी बनाया है.
वहीं भाजपा ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजय पासवान, जबकि कांग्रेस ने प्रेमचंद्र मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. राजद पहले ही पूर्व सीएम राबड़ी देवी, रामचन्द्र पूर्वे और सैयद खुर्शीद मोहसिन को प्रत्याशी बनाने और हम के संतोष मांझी को समर्थन की घोषणा कर चुका है.
विधान परिषद चुनाव में जीत के लिए न्यूनतम 21 वोटों की दरकार है. राजद की एक सीट खाली होगी, लेकिन उसे चार सीटें मिलेंगी. जदयू की छह सीट खाली होगी, लेकिन उसे तीन सीट मिलेगी. भाजपा की चार सीट खाली होने के बावजूद उसे केवल तीन सीट ही मिलेगी. तीसरी सीट पर उसे जदयू और निर्दलीय उम्मीदवारों की सहायता लेनी होगी.
हम सेक्युलर का विधान परिषद में कोई सदस्य नहीं है. विधानपरिषद में जदयू, भाजपा, राजद, कांग्रेस, लोजपा, रालोसपा और भाकपा के सदस्य हैं.संतोष मांझी के रूप में हम सेक्युलर का खाता खुलेगा.